कोरबा। सडक़ हादसों से लेकर साइबर फ्रॉड और चोरी-चकारी जैसे मामलों के पीछे जुड़े कारणों और इनके समाधान की तरफ होने वाली कोशिशों पर दावों से ज्यादा काम करना जरूरी होता है। जिले की पाली पुलिस ने इस तरफ ध्यान दिया और काम किया। नतीजे सामने हैं।
पुलिस ने बताया कि काफी समय से इस बात को महसूस किया गया कि थाना क्षेत्र के अंतर्गत नेशनल हाइवे में सडक़ हादसों में जनहानि हुई। ऐसे में कई प्रकार की समस्याएं खड़ी हुई और संबंधित परिवारों को चुनौतियों से दो-चार होना पड़ा। ऐसे प्रकरणों में उच्चाधिकारियों से प्राप्त निर्देश और स्थानीय स्तर पर मामलों को सूक्ष्मता से समझने के साथ जरूरी कोशिश की गई। पाली थाना और चैतमा चौकी के अंतर्गत अब तक 25 गांवों में पुलिस के द्वारा विशेष जागरूकता पर कार्य किया गया। पुलिस ने थाने की रूटीन कार्य करने के साथ-साथ संबंधित क्षेत्रों में विजित किया। चौपाल लगाने के साथ लोगों से संवाद किया। उन्हें यातायात से संबंधित जानकारी दी गई और सडक़ों पर आवागमन के दौरान बरती जाने वाली सावधानी से अवगत कराया गया। लोगों ने माना कि जिंदगी अनमोल है और सुरक्षा के लिए व्यापक स्तर पर गंभीरता दिखानी जरूरी है। इसके परिणाम स्वरूप पूर्व की तुलना में अब हादसों में आशाजनक कमी आई है। ग्रामीण क्षेत्र में पुलिस के द्वारा अभियान चलाने के अंतर्गत लोगों को दूरदराज में बैठे अपराधियों के द्वारा साइबर फ्रॉड किये जाने और इसके तौर-तरीकों से अवगत कराया गया। चोरी की घटनाओं पर रोक लगाने के मामलों में ग्रामीणों को सुरक्षा से संबंधित पहलुओं की जानकारी दी गई। लोगों ने बाहर जाने के दौरान गांव के सरपंच और पड़ोसियों से जानकारी साझा की। इन सब कारणों से इस प्रकार के मामले कम हुए हैं।
छात्रों को देंगे जानकारी
नए शिक्षा सत्र की शुरुआत होने के बाद हमने तय किया है कि स्कूल के विद्यार्थियों को थाना का भ्रमण कराया जाएगा। उन्हें बताएंगे कि थाना क्या होता है और पुलिस की कार्यप्रणाली कैसे होती है।
– चमन सिन्हा, टीआई पाली