बदहाल सडक़ के स्तरहीन मरम्मत पर भडक़े ग्रामीणकोरिया बैकुंठपुर।
मुख्यमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत कोरिया जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में सडक़ों की मरम्मत का कार्य चल रहा है, लेकिन इस योजना के अंतर्गत हो रहे कार्यों की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय ठेकेदारों द्वारा डामरीकरण सडक़ों में मिट्टी डालकर खानापूर्ति की जा रही है। इससे न केवल सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है, बल्कि ग्रामीणों की लंबे समय से चली आ रही सडक़ मरम्मत की उम्मीदों पर भी पानी फिर गया है।
ग्राम पंचायत सलका, बस्ती, पटना, और आसपास के कई गांवों में हाल ही में मरम्मत के नाम पर डामरीकरण सडक़ों पर केवल मिट्टी डालकर काम पूरा कर दिया गया है। डामर की परत तक नहीं डाली गई, और जहां डाली भी गई, वहां वह महज कुछ दिनों में उखडऩे लगी है। कई ग्रामीणों ने बताया कि सडक़ों की मरम्मत का कार्य केवल दिखावा है। कार्यस्थल पर कोई तकनीकी निगरानी नहीं है और ठेकेदार मनमाने ढंग से काम करवा रहे हैं। बरसात शुरू होने के साथ ही इन सडक़ों की हालत और खराब हो गई है।
जहां मरम्मत की गई थी, वहां अब कीचड़ और दलदल का रूप ले चुका है। ग्रामीणों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है, और बाइक या चार पहिया वाहनों से गुजरना तो और भी जोखिमभरा हो गया है।
बच्चों का स्कूल जाना, मरीज़ों को अस्पताल ले जाना और ग्रामीणों का बाजार आना-जाना अब चुनौती बन चुका है। स्थानीय ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों का आरोप है कि ठेकेदारों को विभागीय अधिकारियों की मौन ठेकेदारों को भ्रष्टाचार करने की खुली छूट दे रखी है। विभाग के द्वारा कराए जा रहे हैं घटिया निर्माण की जांच कराए जाने की आवश्यकता है।