नईदिल्ली, 01 अगस्त ।
मालेगांव बम धमाका केस में सभी सात आरोपियों को अदालत ने बरी कर दिया है। इस केस में बीते कुछ वर्षों में कई गवाह अपने पहले दिए बयानों से पलट गए। उन्होंने दावा किया कि पुलिस और एटीएस ने उन पर दबाव डालकर बयान दिलवाए थे। अदालत ने सातों आरोपियों को बरी करने के फैसले के पीछे सबूतों में भारी विरोधाभास और गवाहों द्वारा बदली गई गवाही को कारण बताया है। इस केस में कुल 39 गवाह अपने बयान से पलट गए थे। इन गवाहों ने पुलिस को एटीएस को पहले दिए बयानों में आरोपियों को दोषी ठहराया था, लेकिन अब अदालत में उन्होंने कहा कि उनके बयान दबाव में लिए गए थे और उन्होंने ऐसा कहा ही नहीं था। 2021 से अब तक जब ये गवाह एनआईए की विशेष अदालत में पेश हुए तब उन्होंने पुलिस को दिए अपने पुराने बयानों को गलत बताया। कई गवाहों ने यहां तक कहा कि एटीएस ने उनके बयान गढ़े थे।