बेंगलुरु। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार में इस समय सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। कांग्रेस कार्यसमिति की हैदराबाद में जब दो दिवसीय बैठक हुई, तो वरिष्ठ नेता बीके हरिप्रसाद को मंच पर बोलने नहीं दिया गया, जिसे लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। भाजपा नेता बसनगौड़ा आर पाटिल ने कहा कि कांग्रेस ने बीके हरिप्रसाद की वरिष्ठता को महत्व नहीं दिया, जिससे वे काफी आहत हैं। यह उनका आंतरिक मामला है। हरिप्रसाद ने सिद्दरमैया के बारे में काफी कुछ कहा। ये सारे घटनाक्रम बताते हैं कि यह सरकार जनवरी के बाद नहीं रहेगी। पाटिल ने कहा कि 44 एमएलए हमारे संपर्क में हैं। जब हम सत्ता में आ रहे हैं तो हमें विपक्ष का नेता नियुक्त करने की जहमत क्यों उठाना चाहिए। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में आयोजित कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में बीके हरिप्रसाद, मुख्यमंत्री सिद्दरमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार भी पहुंचे थे। बीके हरिप्रसाद को मंच पर बोलने नहीं दिया गया, जबकि सिद्दरमैया और शिवकुमार को बोलने का मौका दिया गया। यही नहीं, जब कांग्रेस कर्नाटक में सत्ता में आई तो भी हरिप्रसाद को मंत्री नहीं बनाया। इसी से हरिप्रसाद काफी आहत हैं।