कोरबा। मोबाईल और सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिये लवजिहाद के चक्कर में फंसी कोरबा की एक युवती को आखिरकार जागरूक युवाओं ने चंगुल से निकाल ही लिया। वह मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले से वास्ता रखने वाले युवक के संपर्क में थी और उसकी बेजा हरकतों से परिवारजन काफी मुश्किल में थे। कोरबा के वार्ड 26 मुड़ापार की संबंधित युवती पिछड़ा वर्ग से संबंधित है जो कुछ महीनों से एक मुस्लिम युवक के चक्कर में फंस गई थी। इसके दुष्परिणाम सामने आये, जब युवती का व्यवहार अपने ही परिजनों और रिश्तेदारों के प्रति न केवल नकारात्मक बल्कि असहज हो गया। इसके पीछे कई तरह के कारण जिम्मेदार बताए गए। परिवार के साथ-साथ उनके शुभचिंतक भी इस रवैय्ये से बेहद आहत थे। उन्होंने अपनी समस्या कुछ युवाओं से साझा की। हिन्दू जागरण के क्षेत्र में काम करने वाले युवाओं ने लगातार 5 दिन प्रत्यक्ष संपर्क करने के साथ युवती की काउंसलिंग की। शुरूआती दौर में वे भी उसके व्यवहार से अत्यंत हैरान हुए। क्योंकि वह किसी को भी अपना समझ ही नहीं रही थी। युवती को आखिरकार इसी कड़ी में नई दिल्ली में राजस्थान पश्चिम बंगाल से जुड़े युवतियों के मामले और उनके बूरे अंत के मामले दिखाये गए। इसका नतीजा यह हुआ कि युवती की आंखे खुली और उसने अपनी गलती मानने के साथ इस तरह के पचड़े से मुक्त होने की बात स्वीकार की। बताया गया कि उन सभी चीजों को नष्ट कर दिया गया है जिसके जरिये युवती का विधर्मी युवक से संपर्क हुआ था। मामले के शार्टआउट होने पर परिवार ने राहत की सांस ली।