
कोरबा। ग्राम नरईबोध के आसपास के जमीनों को गेवरा परियोजना ने खदान विस्तार के लिए अधिग्रहित किया है। अनेकों भूविस्थापितों को नौकरी दी जा चुकी है। लेकिन 51 डिसमिल वाले भूविस्थापित नौकरी का इंतजार कर रहे हैं। उनके द्वारा कई बार गेवरा कार्यालय जाकर गुहार भी लगाया गया था कि 51 डिसमिल वाले खातेदारों को भी नौकरी की पात्रता है लेकिन उन्हें नौकरी देने में क्यों देरी की जा रही है। इसी तरह नरईबोध क्षेत्र के आसपास के 600 मकानों की नापी की जा चुकी है। लेकिन उन्हें अभी तक मुआवजा नहीं मिल पाया है। मकान मालिक मुआवजा मिलने के बाद ही अपने आवासों को खाली करेंगे। नापी हुए काफी लंबा समय गुजर चुका है। इधर भूविस्थापित नौकरी नहीं मिलने के कारण रोजी-रोटी के लिए तरस रहे हैं। काम नहीं मिलने के कारण वे बेरोजगार हैं और लगातार गुहार भी लगा रहे हैं।