
पुलिस ने कहा- जांच प्रक्रिया के लिए रिमांड पर लेंगे
कोरबा। पुलिस में ट्रिपल मर्डर कांड में 24 वर्षीय तांत्रिक आशीष दास सहित उसके सहयोगी राजेंद्र जोगी, केशव सूर्यवंशी, अश्वनी कुर्रे, संजय दास और भगवत प्रसाद को गिरफ्तार किया है। 5 लाख को ढाई करोड़ में बदलने का लालच और अंधविश्वास तीन लोगों की हत्या का कारण बन गया। पुलिस अधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी । उन्होंने बताया कि जरूरत पडऩे पर आरोपियों को रिमांड पर लेकर आगे पूछताछ की जाएगी। 10 दिसंबर की रात उरगा पुलिस थाना क्षेत्र के कुदरी बरबसपुर स्थित यार्ड में यह घटना हुई थी। मौके पर 5 लाख रूपों को ढाई करोड़ में बदलने के लिए तांत्रिक प्रक्रिया की जा रही थी। इसके लिए बिलासपुर के बैग आशीष दास की सेवाएं ली गई। एडिशनल एसपी नीतिश ठाकुर और सीएसपी भूषण एक्का ने पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया की लालच और अंधविश्वास के चक्कर में अशरफ मेमन, सुरेश साहू और नीतीश रात्रि की जान चली गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि थोड़े धन से ज्यादा धन प्राप्त करने के इस प्रोजेक्ट में मृतक नीतीश का संपर्क बैगा से हुआ था। बाद में संजय दास भी इसमें जुड़ा। घटना वाली रात यह सभी आरोपी मौके पर थे। पुलिस ने बताया कि तांत्रिक के कहने पर उसके सहयोगियों ने मृतकों के गले पर रस्सी डाली और उसे खींचा जिससे उनकी मौत हो गई। मर्ग इंटीमेशन के आधार पर हत्या का अपराध दर्ज किया गया है। फिलहाल आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। सीडीआर और अन्य एंगल से मामले की जांच की जा रही है। निश्चित रूप से जरूरत पड़ी तो आरोपियों को आगे रिमांड पर लेंगे। स्क्रैप कारोबारी अशरफ मेमन के अलावा सुरेश साहू और नीतीश राट्रे की हत्या करने के मामले में पुलिस ने बेगॉ और उसके सहयोगियों पर अपराध दर्ज किया है। अभी तक की बातों से यही लग रहा है कि अंधविश्वास और लालच के कारण तीन लोगों की जान चली गई। जबकि मृत्यु के परिजन लगातार इस पूरे मामले में साजिश की आशंका जता रहे हैं। देखना होगा कि आगे ऐसा कोई सच या कोई तथ्य उजागर होता है या नहीं।


















