जांजगीर। जिले में एक चिटफंड कंपनी की संपत्ति की नीलामी की गई है। नीलामी से मिले रुपए को ठगी में शिकार लोगों को लौटाया जाएगा। इसके लिए पामगढ़ तहसील अंतर्गत कंपनी में निवेश किए लोगों को जानकारी मंगाई है। लंबे समय बाद जिले में एक और चिटफंड कंपनी की संपत्ति को नीलाम उसमें से मिली राशि को जल्द से जल्द निवेशकों को लौटाया जाएगा।
जिले में बड़ी संख्या में लोग चिटफंड कंपनियों के शिकार हुए हैं। कंपनी के संचालकों ने उन्हें दो से तीन गुना रकम दिलाने वादा कर लूट लिया है। जिले में करीब-करीब 76 हजार 215 निवेशकों ने 223 चिटफंड कंपनियों में 2 अरब 17 करोड़ 40 लाख 70027 रुपए निवेश किए हैं। इनमें से मात्र एक कंपनी की संपत्ति नीलाम कर निवेशकों को 45 लाख रुपए ही लौटाया है, जबकि अन्य निवेशकों को फूटी कौड़ी तक नहीं मिली है। अब पामगढ़ तहसील में चिटफंड कंपनी प्रतिष्ठा इंफाकॉन इंडिया लिमिटेड के संचालक की संपत्ति नीलाम की गई है। नीलामी की प्रक्रिया से प्राप्त राशि चिटफंड कंपनी प्रतिष्ठा इंफाकान इंडिया लिमिटेड में निवेश किये गए व्यक्तियों को रुपए वापस किया जाएगा। चिटफंड कंपनी में तहसील पामगढ़ अंतर्गत निवेश किए गए व्यक्तियों से 3 दिवस के भीतर प्रतिष्ठा इंफाकान का बॉण्ड पेपर/पासबुक की मूल प्रति, जमा किए राशि के रशीद की मूल प्रति, बैंक पासबुक की फोटोकॉपी जमा करने के लिए कहा गया है।
जमा पूंजी पाने पीडितों ने लंबे समय तक किया प्रदर्शन चिटफंड कंपनी से ठगे गए पीडि़त लोगों से जिले में लंबे समय तक विरोध-प्रदर्शन किया था। पूर्व में जिले में विनायक होम्स रियल स्टेट लिमिटेड की संपत्ति नीलाम कर निवेशकों को 45 लाख रुपए ही लौटाया गया। इसके बाद से अन्य कंपनियों की संपत्ति की नीलामी प्रक्रिया अटकी हुई है।
गरीब, कम पढ़े-लिखे और बुजुर्ग समेत सभी वर्ग के लोग फंसे थे साल 2012 से पहले जिले के गांवों में चिटफंड कंपनियों ने एजेंटों के माध्यम से अपना ऐसा मकडज़ाल फैलाया कि बहुत कम ही उनकी गिरफ्त से बच सके। शायद ही जिले में कोई गांव हो जहां ग्रामीणों के पैसे न डूबे हों। असल में चिटफंड कंपनियों ने गांव के गांव लूट लिए। गरीब, कम पढ़े-लिखे और बुजुर्ग ही नहीं महिलाएं इनके लिए आसान शिकार रहे।