
सतना। मध्य प्रदेश के सतना जिले में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। रामपुर बाघेलान तहसील की ग्राम पंचायत अकौना में पंचायत सचिव विजय सिंह व रोजगार सहायक आरती सिंह की मिलीभगत से कागज में 77 पीएम आवास बनाकर करीब डेढ़ करोड़ रुपये हड़पे जाने की शिकायत पर जांच शुरू हुई है। जांच में कई लाभार्थियों के पीएम आवास की जगह झोपडिय़ां पाई गई हैं। जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजना जैन का कहना है कि मौके पर टीम को भेजा गया है।रिपोर्ट प्राप्त होने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। जानकारी के अनुसार चार जून को एक ग्रामीण ने फर्जीवाड़े की शिकायत पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से की थी। मजे की बात यह है कि कथित लाभार्थियों को विश्वास में लेकर धांधली की गई। उनमें से कई ग्रामीणों को जब कमीशन नहीं मिला तो मामला सार्वजनिक हो गया। कुछ कथित लाभार्थियों ने नाम सार्वजनिक न करने की शर्त पर बताया कि उन्हें आवास के नाम पर कमीशन देने की बात पंचायत सचिव व रोजगार सहायक ने कही थी। लालच में आकर उन्होंने दूसरों के पीएम आवास के सामने खड़ा होकर अपने फोटो भी खिंचवा लिए। यही नहीं, लाभार्थियों में ऐसे लोग भी शामिल बताए गए हैं, जो अपात्र हैं। उनके नाम पक्का मकान और ट्रैक्टर भी हैं। योजना में प्रति लाभार्थी 1.20 लाख रुपये और मजदूरी के रूप में 17 हजार रुपये शासकीय कोष से निकाले जाने की बात सामने आई है। सतना के नागौद में वर्ष 2022 में 55 आवासविहीन गरीबों के नाम पर फर्जीवाड़ा सामने आया था।