नईदिल्ली, 3१ अक्टूबर ।
81.5 करोड़ भारतीयों का निजी डेटा लीक हो गया है। समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इसमें लोगों के नाम, मोबाइल नंबर, स्थायी और मौजूदा पते, आधार नंबर, पासपोर्ट नंबर जैसी संवेदनशील जानकारी शामिल है। अब तक की खबर के मुताबिक, यह डेटा इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च से लीक हुआ है। कोरोना महामारी के दौरान यह जानकारी जुटाई गई थी।
इसे देश के इतिहास की सबसे बड़ी डेटा चोरी बताया जा रहा है। आशंका है कि यह जानकारी आईसीएमआर के डेटाबेस से लीक हुई है, लेकिन असल सॉर्स कहीं और है, जिसकी जांच की जा रही है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) लीक की जांच कर रही है। इसका पता श्च2ठ्ठ0001 आईडी वाले एक हैकर से चला। उसने डार्क वेब पर चोरी की गई जानकारी का विज्ञापन किया था।