रक्सौल, ३० अक्टूबर।
दस दिन पहले घर से लापता हुई रक्सौल की 15 वर्षीय छात्रा को नेपाल ले जा रहे तीन युवकों को 47वीं वाहिनी एसएसबी के जवानों ने रविवार को पकड़ लिया। पूछताछ में पता चला कि किशोरी से शादी करने के बाद उसके मतांतरण की तैयारी थी। तीनों में एक युवक ने उसे प्रेम जाल में फंसाया था। युवकों व किशोरी को हरैया ओपी पुलिस को सौंप दिया गया है। युवकों ने किशोरी का फर्जी आधार कार्ड भी बनवाया था, जिसमें उसे बालिग बना दिया गया है। सशस्त्र सीमा बल के इंस्पेक्टर मनोज शर्मा ने बताया कि सीमावर्ती रक्सौल के ग्रामीण रास्ते हवाई अड्डा के समीप से तीन युवकों को किशोरी के साथ संदिग्ध स्थिति में देख पकड़ लिया गया। पकड़े गए युवकों की पहचान चिरैया थाना क्षेत्र के मोहम्मद असलम, मोहम्मद समीउल्लाह और मोहम्मद नौशाद आलम के रूप में हुई। किशोरी भी वहीं की रहने वाली है।
किशोरी और युवकों के पकड़े जाने की सूचना पर मानव तस्कर रोधी इकाई भी मौके पर पहुंची। पूछताछ में पता चला कि मोहम्मद असलम काठमांडू में वेल्डिंग का काम करता है। उसके पिता भी वहीं रहते हैं।उसके चाचा चिरैया के एक निजी स्कूल में पढ़ाते हैं। उन्होंने ही आठ माह पहले किशोरी से उसका परिचय करवाया था। इसके बाद असलम ने किशोरी को अपने प्यार में फंसाया। इसके लिए काफी खर्च किया। खुद को अच्छे घर का बता प्रभाव जमाया। उसके कहने पर किशोरी घर से भाग निकली। स्वजन ने इसे लेकर 20 अक्टूबर को चिरैया थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी।असलम ने बताया कि किशोरी को छिपाने व आधार कार्ड बनवाने में सीमावर्ती आदापुर के एक दोस्त विक्रम ने इसमें सहयोग किया।
इसके लिए तीन हजार रुपये भी दिए थे। किशोरी को लेकर वह कुछ दिन आदापुर में दोस्त के यहां तो कुछ दिन रिश्तेदारों के यहां रहा।उसने स्वीकार किया कि वो शादी के बाद किशोरी का मतांतरण करवाना चाहता था। पकड़े गए युवकों व किशोरी को हरैया ओपी पुलिस को सौंप दिया गया है। इसकी सूचना चिरैया थाने को दे दी गई है।पीडि़त लडक़ी से स्वयंसेवी संगठन प्रयास की आरती कुमारी ने भी जानकारी ली। बता चला कि वह गरीब परिवार से है। उसके पिता किसान हैं। भाई दिल्ली में इलेक्ट्रिक की दुकान में काम करता है।
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