मध्य प्रदेश। ‘सावन’ के पहले दिन, उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में पूजा करने के लिए भक्तों की कतार लगी हुई है। दरअसल भगवान शिव की महाकृपा के दिन आ गए. शिव मंदिरों में भोले बाबा के नाम का जयघोष गूंजने लगा है. हर हर महादेव और बम बम भोले की गूंज से मंदिर और शिवालयों का वातावरण शिवमय हो गया है. भक्त श्रद्धा और आस्था के फूल अपने आराध्य पर अर्पित कर रहे हैं. अगले दो महीने भक्त महादेव की पूजा-अर्चना करेंगे और उनसे सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे. इस बार सावन का महीना 04 जुलाई से 31 अगस्त तक रहेगा.
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है. कहते हैं कि इसी महीने में समुद्र मंथन हुआ था, और भगवान शिव ने हलाहल विष का पान किया था. हलाहल विष पान के बाद उग्र विष को शांत करने के लिए भक्त इस महीने में शिवजी को जल अर्पित करते हैं. पूरे साल पूजा करके जो फल पाया जाता है, वह फल केवल सावन में पूजा करके पाया जा सकता है. यह महीना तपस्या, साधना और वरदान प्राप्ति की लिए श्रेष्ठ होता है.
इस बार सामान्य सावन के साथ अधिक मास का संयोग बन गया है, इसलिए सावन के महीने में एक महीने और अधिक मास रहेगा. यह संयोग पूरे 19 साल बाद बन रहा है. अधिक मास को पहले बहुत अशुभ माना जाता था. बाद में श्रीहरि ने इस मास को अपना नाम दे दिया, तबसे अधिक मास का नाम ‘पुरुषोत्तम मास’ हो गया. इस मास में भगवान विष्णु के सारे गुण पाए जाते हैं. इसलिए इस मास में धर्म कार्यों के उत्तम परिणाम मिलते हैं. अधिक मास 18 जुलाई से 16 अगस्त तक रहेगा.
#WATCH | Madhya Pradesh: Devotees queue up to offer prayers at Shree Mahakaleshwar Temple in Ujjain, on the first day of 'Sawan'. pic.twitter.com/aSGKeTIFRP
— ANI (@ANI) July 3, 2023