कोरबा। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के द्वारा दिए गए 198 करोड़ रुपये से कुसमुंडा- तरदा सडक़ बनाई जा रही है। कामकाज की गति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 2 वर्ष का लंबा समय गुजरने के बाद भी सर्वमंगला नगर तिराहे के पास सडक़ की दुर्दशा अभी भी कायम है। लोग इसके कारण बेहद परेशान है।
फोरलेन सडक़ के जरिये यातायात को सुगम करने पर जोर दिया जा रहा है। लोग राहत को लेकर इंतजार करने को भी तैयार है। लेकिन इसके लम्बे खींचने से लोग नाराज है। महाराष्ट्र की कम्पनी को प्रशासन ने निर्माण का ठेका दे रखा है। निर्धारित मार्ग का निर्माण जारी है पर अरसा बीतने पर भी सर्वमंगला नगर तिराहे के पास की खस्ताहाल सडक़ अभी भी पूर्ववत बनी हुई है। ऐसे में बारिश के दौरान यहां से आवाजाही मुश्किल भारी हो गई है। लोग समझ नही पा रहे है कि आखिर यह नारकीय स्थिति क्यों बनी हुई है और इसे कब तक यूं ही देखना होगा। उनकी शिकायत है कि बार बार ध्यानाकर्षण के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी इस तरफ गंभीरता नही दिखा रहे है।
एक ही रास्ते से कोयला परिवहन और सामान्य आवाजाही होने के कारण कई तरह की परेशानी पेश आ रही है। इलाके के लोग बताते है कि बारिश में काला कीचड़ और अन्य सीजन में कोल डस्ट समस्यामुलक बनता है। इससे मानसिक व शारीरिक दिक्कत पैदा होती है। साथ ही, आर्थिक नुकसान हो रहा है।