नईदिल्ली, २६ जुलाई [एजेंसी]।
संसद में जारी गतिरोध के बीच विपक्षी दलों का गठबंधन बुधवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव ले आया। सरकार के पास पूर्ण बहुमत है और ऐसे में किसी भी अविश्वास प्रस्ताव का कोई अर्थ नहीं होगा। दरअसल, विपक्ष मणिपुर मुद्दे पर संसद में चर्चा चाहता है और मांग कर रहा है कि स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवाब दे। सरकार चर्चा के लिए तैयार है, फिर भी विपक्ष हंगामा कर रहा है और इस कारण, संसद के मानसून सत्र में कोई काम नहीं हो पाया है। मौजूदा लोकसभा (17वीं) में यह पहली बार होगा, जब मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है। इससे पहले 16वीं लोकसभा में 20 जुलाई 2018 को अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, जिसमें एनडीए सरकार ने 126 के मुकाबले 325 मतों से बहुमत साबित किया था।
गौरव गोगोई की ओर से पेश अविश्वास प्रस्ताव लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने स्वीकार कर लिया। हालांकि इस पर चर्चा कब होगी, यह तय नहीं है। ओम बिरला ने बताया कि वे सभी दलों से चर्चा करने के बाद सदन को सूचित करेंगे कि बहस कब से शुरू होगी। लोकसभा में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर बिहार ष्टरू नीतीश कुमार ने कहा, प्रधानमंत्री को मणिपुर मुद्दे पर बयान देना चाहिए। वे सब दिन गायब रहते हैं। मणिपुर में जो भी घटना हो रही हैं, विपक्ष एकजुट होकर इस मुद्दे को उठा रहा है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा, हम जानते हैं कि लोकसभा में नंबर हमारे पक्ष में नहीं हैं, लेकिन लोकतंत्र सिर्फ नंबर्स के बारे में नहीं है। मणिपुर जल रहा है और लोग पीएम के बोलने का इंतजार कर रहे हैं। शायद अविश्वास के बहाने उन्हें कुछ बोलने पर मजबूर किया जा सकता है। यही सबसे बड़ी उपलब्धि होगी।” संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, लोगों को पीएम मोदी और बीजेपी पर भरोसा है। वे पिछले कार्यकाल में भी अविश्वास प्रस्ताव लाए थे। इस देश की जनता ने उन्हें सबक सिखाया है। केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, “अविश्वास प्रस्ताव आने दीजिए, सरकार हर स्थिति के लिए तैयार है। हम मणिपुर पर चर्चा चाहते हैं। सत्र शुरू होने से पहले, वे चर्चा चाहते थे। जब हम सहमत हुए, तो उन्होंने नियमों का मुद्दा उठाया। जब हम नियमों पर सहमत हुए, तो उन्होंने नया मुद्दा लाया कि पीएम आएं और चर्चा शुरू करें। मुझे लगता है कि ये सब बहाने हैं। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने पुष्टि करते हुए कहा, हम सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं।