वाराणसी /ज्ञानवापी में सर्वे के मद्देनजर जिले की पुलिस और प्रशासनिक महकमा हाई अलर्ट पर है। एएसआई को सर्वे कर बताना है कि क्या मंदिर को ध्वस्त कर उसके ढांचा के ऊपर मस्जिद बनाई गई है?
एएसआई सर्वे के दौरान ज्ञानवापी परिसर के बाहर और उसके इर्द-गिर्द क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था की कमान दो आईपीएस अफसर संभालेंगे। उनके नेतृत्व में दो एडिशनल एसपी, चार सीओ, 250 इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, हेड कांस्टेबल व कांस्टेबल, दो कंपनी पीएसी व एक कंपनी आरएएफ के जवान तैनात किए गए हैं। सर्वे के दौरान श्री काशी विश्वनाथ धाम का गेट नंबर-चार पहले की तरह बंद रहेगा और नियमानुसार ही खुलेगा। इसी द्वार से होकर ज्ञानवापी परिसर तक जाया जाता है।
ज्ञानवापी परिसर की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था की कमान सीआरपीएफ के जवानों के जिम्मे रहती है। पुलिस और पीएसी के जवान परिसर के बाहरी हिस्से में रहते हैं। स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआईयू) को भी सजगता के साथ शहर के माहौल की टोह लेते रहने के निर्देश कमिश्नरेट के उच्चाधिकारियों ने दिए हैं।
अतिरिक्त सतर्कता के साथ ड्यूटी करें सभी एसीपी और थानेदार
कमिश्नरेट के सभी एसीपी और थानेदारों को भी अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए ड्यूटी करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी एसीपी और थानेदार अपने क्षेत्र के संभ्रांत लोगों से संवाद कर रहे हैं। पैदल गश्त भी की जा रही है। इसमें कोताही नहीं होनी चाहिए। कोई भी छोटी-बड़ी सूचना पर एसीपी और थानेदार मौके पर जरूर जाएं।

सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाया तो होगी कार्रवाई
पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन ने कहा है कि सोशल मीडिया की निगरानी की जाएगी। इसमें किसी तरह हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सोशल मीडिया पर कोई अफवाह फैलाए तो तत्काल उसका खंडन कर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाए। अतिरिक्त सतर्कता के साथ ड्यूटी करने की जरूरत है।
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मिश्रित आबादी वाले संवेदनशील इलाकों में पुलिस-पीएसी तैनात
कमिश्नरेट के एसीपी और थानेदारों ने बृहस्पतिवार को संभ्रांत लोगों के साथ बैठक करके शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने में सक्रिय सहयोग की अपील की है। साथ ही जिले के मिश्रित आबादी वाले संवेदनशील इलाकों में फोर्स तैनात की है।