चेन्नई, १३ अगस्त । केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश के पूर्वोत्तर हिस्से के प्रति भाजपा की प्रतिबद्धता कहीं अधिक है। हिंसाग्रस्त मणिपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए की जा रही कोशिशें अभूतपूर्व हैं। साथ ही आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासन में मणिपुर बम, बंद और ब्लास्ट (विस्फोट) के लिए जाना जाता था। नफरत और सांप्रदायिक हिंसा के बीज मणिपुर में जिसने बोए, वह कांग्रेस ही है।सूचना एवं प्रसारण और खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग ने यहां पत्रकारों से कहा कि हिंसाग्रस्त मणिपुर में शांति बहाल करने की लगातार कोशिशें की जा रही हैं और विपक्ष को उसमें आग में घी डालने का काम नहीं करना चाहिए। तुच्छ राजनीति से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में मणिपुर महीनों तक बंद रहता था, हजारों लोग मारे जाते थे, पेट्रोल की कीमत एक हजार रुपये प्रति लीटर होती थीं, छह-छह महीने तक लोगों को एलपीजी नहीं मिलती थी। यहां तक कि तब न तो प्रधानमंत्री और न ही गृह मंत्री कभी जवाब देते थे। कांग्रेस के शासन के दौरान ये आला मंत्री मणिपुर का दौरा तक नहीं करते थे।ठाकुर ने कहा कि इसके उलट मणिपुर में हिंसा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चार दिनों तक वहां रहे और 15 बैठकें कीं। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय वहां 23 दिनों तक रहे, जो अभूतपूर्व है। हम मामले की गंभीरता समझते हैं। हमारी पूर्वोत्तर के प्रति प्रतिबद्धता कहीं अधिक है। उनकी लुक ईस्ट नीति थी, हमारी एक्ट ईस्ट है।मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाए जाने और उनका यौन उत्पीडऩ किए जाने की घटना का जिक्र करते हुए ठाकुर ने कहा कि ये बेहद निंदनीय और माफी योग्य बिल्कुल नहीं है, लेकिन साथ ही उन्होंने कांग्रेस शासित राजस्थान और तृणमूल कांग्रेस शासित बंगाल जैसे राज्यों में महिलाओं के प्रति हिंसा की घटनाओं उठाते हुए कहा कि वे इस पर क्यों चुप्पी साधे हैं। उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सदन में भाषण देते वक्त राहुल गांधी की गैरमौजूदगी पर भी सवाल उठाया।