जांजगीर-चांपा। स्वतत्रंता दिवस के मुख्य समारोह के अंतिम पूर्वाभ्यास के लिए सोमवार को सुबह आठ बजे से बच्चों को बुला लिया गया था और सात घंटे तक उन्हें भूखे प्यासे रखा गया। बच्चों को पीने के लिए पानी तक नसीब नहीं हुआ। अंतिम रिहर्सल का कलेक्टर एसपी ने निरीक्षण किया । इसके बाद भी बच्चों को दोपहर 2 बजे तक रोककर रखा गया था।स्वतत्रंता दिवस के मुख्य समारोह के लिए पिछले पखवाड़े भर से हाईस्कूल मैदान में परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रम का अभ्यास कराया जा रहा था। सोमवार को अंतिम पूर्वाभ्यास के लिए सभी विद्यार्थियों और परेड में शामिल होने वाले जवानों को सुबह 8 बजे से ही बुला लिया गया था। कलेक्टर और एसपी ने अंतिम पूर्वाभ्यास का सुबह 9 बजे निरीक्षण किया। जवानों का परेड, बच्चों की पीटी और सांस्कृतिक कार्यक्रम कलेक्टर को पसंद नहीं आया। इसके लिए उन्होंने डीईओ को फटकार लगाई। कलेक्टर एसपी के जाने के बाद बच्चों और परेड में शामिल जवानों को रोककर फिर से उनसे पूर्वाभ्यास कराया गया। सुबह आठ बजे से मैदान में पहुंचे बच्चे भूखे प्यासे थे। दोपहर 2 बजे तक बच्चों को रोककर रखा गया था। इस दौरान बच्चों को नास्ता तो दूर बिस्किट, पानी तक नसीब नहीं हुआ। धूप में दोपहर दो बजे तक बच्चे अंतिम पूर्वाभ्यास के नाम पर परेशान होते रहे। इसके बाद भी पीटी करने वाले बच्चों को शाम चार बजे दुबारा उपस्थित होने का फरमान जारी कर दिया गया।