
नईदिल्ली, 0४ सितम्बर ।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की वैज्ञानिक एन वलारमथी अब हमारे बीच नहीं रहीं। उनका दो सितंबर यानी शनिवार की शाम चेन्नई में निधन हो गया। वह देश के पहले स्वदेशी रडार इमेजिंग सेटेलाइट क्रढ्ढस््रञ्ज की परियोजना निदेशक भी थीं। वलारमथी चंद्रयान-3 मिशन में भी शामिल थीं। काउंटडाउन के पीछे की आवाज उन्ही की थी। इसरो की वैज्ञानिक वलारमथी के निधन की वजह हार्ट अटैक को बताया जा रहा है। उन्होंने ही चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के समय उल्टी गिनती की थी।
उनके निधन पर इसरो के पूर्व वैज्ञानिक वेंकटकृष्ण ने दु:ख जताया है। ङ्खढ्ढह्रहृ के मुताबिक, वेंकटकृष्ण ने एक्स पर किए गए एक पोस्ट में वलारमथी के निधन की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि श्रीहरिकोटा से इसरो के आगामी मिशनों में अब वलारमथी मैडम की आवाज सुनाई नहीं देगी। मिशन चंद्रयान-3 उनका अंतिम काउंटडाउन था। उनके निधन से गहरा दुख हुआ है। वलारमथी तमिलनाडु के अरियालुर की रहने वाली थीं। उन्होंने आखिरी घोषणा 30 जुलाई को की थी, जब पीएसएलवी-सी56 रॉकेट एक वाणिज्यिक मिशन के तहत सिंगापुर के सात उपग्रहों को लेकर रवाना हुआ था।