बक्सर। विशेष पॉक्सो कोर्ट में मंगलवार को एक ऐसे मामले की सुनवाई पुरी हुई, जिसमें 14 और 16 साल की दो नाबालिग पुत्रियों ने अपने पिता पर ही दुष्कर्म का आरोप लगाया था। मामले में पीडि़ता ने अपनी मां और मौसी समेत कुल पांच लोगों की घटना में संलिप्तता बताई थी। केस की सुनवाई के क्रम में सभी आरोपितों पर दोष सिद्ध पाया गया है। सजा के बिंदु पर 12 सितम्बर को सुनवाई होगी। पूरे मामले की जानकारी देते हुए पॉक्सो कोर्ट के विशेष लोक अभियोजक सुरेश कुमार सिंह ने बताया कि राजपुर थाना के एक गांव की रहने वाली दोनों नाबालिग बच्चियां 2012 से ही अपने पिता की हवस का शिकार बन रही थीं।दरअसल, दंपती को कोई पुत्र नहीं हो रहा था, जिसके लिए वे स्थानीय तांत्रिक अजय कुमार के चक्कर में आ गए और उसी के सुझाव पर दोनों बच्चियोंं को हवस का शिकार बना डाला। बाद में पुत्र होने पर तांत्रिक ने उन्हें बच्चे के ऊपर खतरा होने की बात बताते हुए अनुष्ठान की सलाह दी और इसके लिए दोनों बच्चियों को अनुष्ठान में शामिल किया। इस दौरान तांत्रिक समेत दो अन्य भी दोनों बच्चियों को हवस का शिकार बनाते रहे।जुल्?म झेलने से तंग आई बच्च्यिां बाद में किसी तरह हिम्मत कर बक्सर पहुंच गईं और एक व्यक्ति को अपनी समस्या बताई, तब उस व्यक्ति ने दोनों बच्चियों को पुलिस के पास पहुंचाया।मामले में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार सिंह ने संज्ञान लेते हुए 28 अप्रैल को महिला थाना में केस दर्ज करवाते हुए तत्काल सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।महिला थाना में दर्ज इस मामले की सुनवाई एडीजे 6 सह विशेष पॉक्सो कोर्ट के न्यायाधीश मनकामेश्वर प्रसाद चौबे की कोर्ट में स्पीडी ट्रायल के तहत चल रही थी।