
कोरबा के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा रेलवे
कोरबा। साउथ ईस्टर्न रेलवे बिलासपुर रेल मंडल के द्वारा गेवरा रोड-रायपुर मेमू स्पेशल को बंद कर दिया गया है। अब तक की स्थिति में रेलवे के इस कार्यक्रम को डेढ़ महीने का समय पूरा हो गया है। ट्रेन की सुविधा बंद क्यों की गई, इसके लिए अब तक कोई कारण रेलवे ने स्पष्ट नहीं किया। अब आम यात्री भी मानने लगे हैं कि कुल मिलाकर जानबूझकर उनकी परेशानियां बढ़ाने का काम रेलवे कर रहा है। वहीं मेमू के बंद होने के चक्कर में पूरा दबाव हसदेव एक्सप्रेस पर बढ़ा है जिससे लोगों को दिक्कत भरी सुविधाओं के बीच सफर करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
08745-08746 नंबर के साथ गेवरा रोड से रायपुर के बीच इस ट्रेन को रेलवे के द्वारा चलाया जा रहा था जो 45 दिन से बेपटरी है। तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए रेलवे ने अस्थायी रूप से इस स्पेशल ट्रेन को रद्द कर दिया। शुरुआती दौर में लोग समझ रहे थे कि समस्या हल होने के साथ इस ट्रेन को ट्रैक पर वापस ले आया जाएगा लेकिन लंबा समय गुजरने के साथ अधिकारी हठधर्मिता पर आमादा है। अरसा गुजरने के बावजूद सुबह 6 बजे कोरबा से राजधानी रायपुर के लिए जाने वाली स्पेशल मेमू की सुविधा एक तरह से छीन ली गई है जिससे हजारों यात्री परेशान हैं जो कोरबा सहित अन्य स्टेशन से इसमें सवार होते हैं और प्रशासनिनक से लेकर व्यवसायिक और निजी कार्यों के लिए रायपुर का सफर करते हैं। गेवरारोड-रायपुर मेमू स्पेशल को अघोषित रूप से बंद कर देने का दुष्परिणाम यह हो रहा है कि सुबह 6.50 बजे कोरबा से रवाना होने वाली हसदेव एक्सप्रेस पर इसका सीधा असर पड़ रहा है और जरूरत से ज्यादा यात्रियों की संख्या बढऩे के चक्कर में अतिरिक्त परेशानियां पैदा हो रही है। कई मौकों पर ट्रेन को अलग-अलग कारणों से बाधित करना पड़ रहा है। लोग बताते हैं कि जब से हसदेव को लोकल केटेगरी में लाया गया है तब से सुविधा बदहाल हो गई और दिक्कतों का विस्तार हो गया है। यह पूरी जानकारी रेल प्रबंधन को होने के बावजूद उसके द्वारा हसदेव में कोच बढ़ाने का काम नहीं किया जा रहा है। लोगों का सवाल, आखिर क्या है दिक्कत
अब अलग-अलग स्तर पर रेल अधिकारियों के पास लोग न केवल सूचना भिजवा रहे हैं बल्कि फोनकर यह जानकारी हासिल करने में लगी है कि आखिर ऐसी कौन से तकनीकी समस्या है जिसका समाधान लाखों का वेतन पाने वाले अधिकारी नहीं कर पा रहे हैं। लोगों ने जानना चाहा है कि क्या इस तरह की समस्याएं केवल कोरबा के ही खाते में क्यों आ रही है और इलाके की जनता को परेशान किया जा रहा है।
जनसंपर्क के पास नहीं है जवाब
गेवरारोड-रायपुर मेमू बंद करने और यात्रियों की परेशानी को दूर करने के संबंध में तरूण छत्तीसगढ़ ने अधिकारियों से संपर्क साधा। पीआरओ ने बताया कि इस बारे में सीनियर डीसीएम ही जवाब दे पाएंगे। डीसीएम कॉल करने पर रिस्पांस नहीं मिला। इधर कोरबा एआरएम अवकाश पर हैं और उनकी जिम्मेदारी को रायगढ़ के एआरएम संभाल रहे हैं।


























