ईश्वर सेवा छोड़ राजनीति में जमे रहने का लग रहा आरोप
सीताराम नायक
जांजगीर चांपा। विधानसभा क्षेत्र जांजगीर चांपा में टिकट मांगने वालों की लंबी कतारें है जहां महंत राम सुंदर दास का नाम सबसे ऊपर लिया जा रहा है वही पूर्व विधायक मोतीलाल देवांगन, कांग्रेस के प्रदेश संयुक्त सचिव इंजी.रवि पांडेय, जिला पंचायत पूर्व सदस्य दिनेश शर्मा, कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष,नगर पालिका परिषद चांपा के पूर्व अध्यक्ष राजेश अग्रवाल, जिला पंचायत सभापति राजकुमार साहू, जनपद पंचायत नवागढ़ के उपाध्यक्ष पुष्पेंद्र प्रताप सिंह,राज्य खाद्य आयोग की सदस्य एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य ज्योति किशन कश्यप, रविंद्र द्विवेदी, गोपाल गुलशन सोनी सहित अनेक नेता टिकट मांग रहे हैं परंतु इनमें से कुछ दावेदारों द्वारा महंत रामसुंदर दास को संत होकर ईश्वर सेवा में ध्यान देने तथा राजनीति छोड़ देने की बात कह रहे हैं। साथ ही यह बातें आम जनता में भी मुखर होने लगा है। जांजगीर चांपा विधानसभा में पिछले 20-25 सालों से कांग्रेस का टिकट पूर्व विधायक मोतीलाल देवांगन को मिलते रहा है जहां मोतीलाल देवांगन दो बार विधायक बने तो दो बार उन्होंने चुनाव हारे भी है।मोतीलाल की दावेदारी को आज भी लोग सहज नहीं मान रहे हैं क्योंकि टिकट मिलने का भरोसा आज भी उन्हीं पर ज्यादा है जब कांग्रेस की लहर चल रही थी ऐसी स्थिति में वह गलत मैनेजमेंट के कारण विधायक का चुनाव हार गए। अगर मोतीलाल देवांगन चुनाव नहीं हारते तो स्थिति आज कुछ अलग होती। वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य दिनेश शर्मा कांग्रेस के राजनीति में एक महत्वपूर्ण नाम है जिन्होंने पिछले 40 सालों से राजनीति में रहकर जन सेवा का कार्य करते चले आ रहे हैं जिन्होंने अपनी दावेदारी को सबसे अधिक प्रबल माना है दिनेश शर्मा का राजनीतिक पकड़ न केवल जनता में बल्कि ऊपरी तौर पर आज भी बरकरार है। जिस कांग्रेस पार्टी में रहकर लंबे समय से राजनीति करते चले आ रहे हैं,इतने लंबे समय बाद भी कांग्रेस पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दी,जो इस बार कांग्रेस पार्टी में प्रबलता से टिकट मांग रहे हैं जिनकी दावेदारी प्रबल दिखाई देता है। कांग्रेस पार्टी से टिकट मांगने वालों में प्रदेश संयुक्त सचिव इंजी.रवि पांडेय का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है इंजीनियर रवि पांडेय विगत 25 वर्षों से कांग्रेस की राजनीति से जुड़कर समर्पित एवं सेवा भाव से कांग्रेस की मजबूती के लिए कार्य करने के साथ-साथ जनता के सुख और दुखों को बांटते आ रहे हैं। लोगों को इलाज के लिए शासन से सहयोग दिलाना तथा ग्रामीण विकास के लिए सरपंच एवं सचिवों को आर्थिक सहयोग उपलब्ध कराना उनकी हमेशा से स्वभाव रहा है।उनकी यही सेवा भाव से क्षेत्र की जनता आज उनसे बहुत प्रभावित है जिनका कहना है की मोतीलाल देवांगन और दिनेश शर्मा, महन्त रामसुंदर दास जैसे वरिष्ठ नेताओं का समय राजनीति में काफी लंबा हो गया है अब हमारे जैसे युवतियों को अवसर देना चाहिए यह कथन भी अपने आप में सही है क्योंकि रवि पांडेय का ग्रामीण क्षेत्र में विशेष कर युवाओं में एक अपनी पकड़ है तथा सरकार की बढ़ती लोकप्रियता से वह चुनाव जीत भी सकते हैं। आगे दावेदारों में प्रमुख नामो में ब्यास कश्यप का भी है जो वर्तमान में कृषि उपज मंडी समिति जांजगीर नैला के अध्यक्ष है। ब्यास कश्यप की खासियत यह है कि वह कृषक नेता होने के साथ-साथ वह भाजपा, बसपा एवं कांग्रेस पार्टी तीनों का परिक्रमा कर चुके हैं जिनमें स्थायित्व नहीं दिखती,किंतु चुनाव जीतने की उम्मीद से टिकट जरुर मांग रहे हैं। इस विधानसभा में कश्यप मतदाताओं की संख्या अधिक है इस नाते उनकी दावेदारी भी बनती ही है जो बसपा से चुनाव लड़कर 35हजार मत हासिल किए थे। जांजगीर-चांपा विधानसभा के प्रमुख दावेदार के रूप में महंत रामसुंदर दास ने जो ताल ठोकी है इससे कांग्रेस के बहुत नेता लोग घबरा गए हैं तथा उनके दिलों की धड़कन तेज हो गई है क्योंकि महंत रामसुंदर दास पामगढ़,जैजैपुर से विधायक बनने के बाद अब जांजगीर चांपा से चुनाव मैदान में उतरना चाहते हैं। इनकी दावेदारी उनकी को प्रमुख माना जा रहा है जिन्हे टिकट मिलने पर चुनाव जीत भी सकते हैं।महन्त रामसुंदर दास अगर जांजगीर-चांपा विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे तो यहां के कांग्रेस के नेता लोग कहां जाएंगे? इनका भविष्य क्या होगा? इस बात की चर्चा अब आम जनता में होने लगी है। विधानसभा में टिकट के दावेदारों में नगर पालिका चांपा के पूर्व अध्यक्ष राजेश अग्रवाल का नाम शामिल है जहां जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा भेजे गए 6 नाम की श्रृंखला में राजेश अग्रवाल का भी नाम शामिल है। राजेश अग्रवाल, डॉ.चरणदास महंत के गरीबी नेताओं में गिने जाते हैं जिनके कार्य प्रणाली से महंत ही नहीं बल्कि चांपा की जनता खुश नजर आते हैं। विधानसभा के टिकट के दावेदारों में जनपद पंचायत नवागढ़ के उपाध्यक्ष पुष्पेंद्र प्रताप सिंह का नाम भी शामिल है जो इसके पूर्व जनपद पंचायत के अध्यक्ष भी रह चुके हैं तथा ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में इनका ठोस जन आधार माना जाता है।सामान्य सीट होने के कारण इस विधानसभा में पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की भूमिका हम है इस नाते यहां जिला पंचायत सदस्य राजकुमार साहू एवं महिला श्रीमती ज्योति किशन कश्यप की दावेदरी अहम मानी जा रही है जो युवा होने के साथ-साथ क्षेत्र में हमेशा सक्रिय रहते हैं। इसके अलावा पुष्पेंद्र प्रताप सिंह, गोपाल गुलशन सोनी एव रविंद्र द्विवेदी भी कांग्रेस पार्टी से टिकट मांग रहे हैं कांग्रेस पार्टी में टिकट किसे मिलेगा यह तो समय पर ही पता चल सकेगा,परंतु छत्तीसगढ़ गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास महंत के जांजगीर चांपा विधानसभा से टिकट मांगने से कांग्रेस के अधिकतर नेता हताश हो गए हैं जिनकी दावेदारी के सामने महंत भारी पड़ रहे हैं शायद कांग्रेस हाई कमान से मिले संकेतों से महंत जांजगीर चांपा क्षेत्र का दौर तेज कर दिए हैं। इससे कांग्रेस पार्टी के भीतर ही हलचल तेज हो गई है। टिकट के बहाने बिखरे इन कांग्रेस नेताओं को एक मंच पर लाना अब मुश्किल जान पड़ता है जो कांग्रेस के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकती है।