गुरूग्राम, १३ सितम्बर । भु्रण जांच और गर्भपात के लिए महिलाओं को हरियाणा से उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में ले जाने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अमरोहा जाकर पुलिस की मदद से जांच केंद्र का पर्दाफाश किया। यहां से अमरोहा पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया और अल्ट्रासाउंड मशीन सील की। महिला का पति और एक अन्य आरोपित अभी फरार हैं। गैंग से जुड़े चार लोगों के विरुद्ध स्वास्थ्य विभाग ने अमरोह में मामला दर्ज कराया है। सिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव ने बताया कि सूचना मिली थी कि एक नितिन कुमार नाम का व्यक्ति गुरुग्राम से गर्भवती महिलाओं को उनके गर्भ में पल रहे बच्चे की लिंग जांच के लिए उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के हसनपुर ले जाता था। गर्भ में लड़की होने का पता चलने पर गर्भपात भी कराता था। इस अवैध कार्य के लिए नितिन 35 से 40 हजार रुपये वसूल करता था। स्वास्थ्य विभाग की टीम तैयार की गई। नोडल अधिकारी डा. प्रदीप कुमार के नेतृत्व में डॉ. हरीश कुमार व चार महीने की गर्भवती सोनिया का इसका हिस्सा बनाया गया।सोनिया ने नितिन को फोन कर बच्चे की लिंग जांच की बात कही। नितिन ने पूछताछ के बाद सौदा 35 हजार रुपये में तय किया और 10 हजार रुपये पहले ले लिए। 25 हजार रुपये मिलकर देने के लिए बोला और नौ सितंबर को हसनपुर के गैस गोदाम के पास बुलाया। सोनिया यहां पहुंची तो पहले से ही अलीपुर निवासी रवि नाम का युवक वहां बाइक लेकर खड़ा था।उसने सोनिया को बाइक पर बिठाया और 25 हजार रुपये ले लिए। वह सोनिया को हसनपुर के काला शहीद मोहल्ला स्थित एक मकान में ले गया। यहां पर रवि ने सोनिया का अल्ट्रासाउंड किया। वहीं टीम लगातार इनका पीछा करते हुए उनके घर पर पहुंची। यहां हसनपुर की स्वास्थ्य विभाग और पुलिस टीम भी मौके पर पहुंची। टीम को आता देख रवि व उसके अन्य साथी मौके से फरार हो गए। टीम ने घर से अल्ट्रासाउंट मशीन व 10 हजार रुपये बरामद किए। साथ ही बबीता नाम की महिला को पकड़ लिया। बबीता ने पूछताछ में बताया कि वह पति नवीन कुमार व अन्य लोगों के साथ मिलकर यहां अल्ट्रासाउंट करती थी।भ्रूण जांच के बाद गर्भपात भी किया जाता था। स्वास्थ्य विभाग ने नितिन कुमार, रवि, बबीता, नवीन कुमार व इनके गिरोह में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।