ठेकेदार और पेटी कॉन्टैक्टर कर रहे हैं भ्रष्टाचार
कोरिया बैकुंठपुर। प्रदेश की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन को विभाग के अधिकारी पलीता लगाने पर तुले हुए हैं। जिले के ग्राम पंचायत सलका में जल जीवन मिशन के अंतर्गत पाइपलाइन बिछाने का काम किया जा रहा है। लोगों को उनके घर तक जल पहुंचने के लिए पीएचई विभाग को इस योजना का नोडल बनाया गया है। यहां ठेकेदार द्वारा पाइपलाइन बिछाने के लिए जेसीबी से करीब डेढ़ से दो फीट गहरा गड्ढा ही खोदा जा रहा है। जेसीबी से खोदे जा रहे गड्ढे की ड्रेसिंग भी नहीं की जा रही। जिससे कई जगहों पर खोदे जा रहे गड्ढे कहीं ऊंचे तो कहीं गहरे बने हुए हैं। इन गड्ढों में जैसे तैसे एचडीपीई पाइप को रखकर मिट्टी डाली जा रही है। जिससे पाइप कहीं मुड़े हुए तो कहीं धनुष के आकार जैसे बन गए हैं। तकनीकी जानकारों की माने तो बगैर ड्रेसिंग किए गए गड्ढे में पाइपलाइन बिछाने के कई दुष्प्रभाव भविष्य में देखने को मिलेंगे इनमें लीकेज आदि की समस्याएं मुख्य होगी। जानकारी के अनुसार उक्त क्षेत्र में कार्य करने के लिए ठेकेदार ने पेटी ठेकेदार को ठेका दे दिया है। ऐसे में पेटी कांट्रेक्टर, मुख्य कांट्रेक्टर व अपनी मार्जिन निकालने के बाद बचत रकम से गुणवत्ताहीन कार्य करने में लगे हुए हैं। लोगों की माने तो एस्टीमेट के अनुरूप कार्य न करके ठेकेदार और अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं। इसके साथ ही गांव की सड़क किनारे खोदे जा रहे गड्ढे की मिट्टी सड़क पर ही डाल दी गई है। ऐसे में बारिश होने के बाद सड़क पर कीचड़ बन गया है जिससे दुपहिया वाहन चालक और पैदल चलने वाले गिरकर घायल हो रहे हैं। वहीं घरों और दुकानों के सामने पाइपलाइन बिछाने के लिए गड्ढा खोदने के बाद कई जगहों पर उसे पाटा भी नहीं जा रहा जिससे ग्रामीण खुद ही गड्ढे को काटने के लिए मजबूर है। विभाग को कार्य में पारदर्शिता लाने निर्माण स्थल पर सूचना फलक लगाना है। ग्राम पंचायत सलका में जल जीवन मिशन का काम जारी है। लेकिन कहीं भी सूचना फलक नहीं है। बताया गया है कि गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्यो की पोल न खुल जाए। ग्रामीण तथ्यों को न जान जाए, इसलिए सूचना फलक नहीं लगाया जा रहा है। सब स्टैंडर्ड वर्क या निर्धारित मानदंडों से कम गुणवत्ता के कार्य को बेखौफ अंजाम दिया जा रहा है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत विभाग ने मुख्य ठेकेदार को समय सीमा के भीतर काम पूरा करने का ठेका दिया है। जबकि कई जगहों पर ठेकेदार ने पेटी ठेकेदार को कार्य सौंप दिया है। ऐसे में पेटी कांट्रेक्टर, मुख्य कांट्रेक्टर व अपनी मार्जिन निकालने के बाद बचत रकम से गुणवत्ताहीन कार्य करने में लगे हुए हैं। पेटी ठेकेदार कई जगहों पर पैसे बचाने के लिए गड्ढों की बगैर ड्रेसिंग किये ही पाइपलाइन बिछा रहे हैं। जिससे भविष्य में लीकेज आदि की समस्याएं आने की संभावना बनी हुई है।