
पटना। जाति आधारित गणना के आंकड़े को लेकर विपक्ष के बयान पर जदयू ने पलटवार किया है। प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने शुक्रवार को कहा कि जाति आधारित गणना से जुड़े आंकड़े की सत्यता पर अनर्गल बयानबाजी विरोधियों की हताशा को दिखा रही। जनता को भरमाने लिए भाजपा और उनके सहयोगी इस तरह की बातें कर रहे। जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जातीय गणना के आंकड़े पर बेबुनियाद व तथ्यहीन बातें कहीं जा रही। बिना किसी ठोस आधार के इस पर सवाल खड़े करना भाजपा की बेचैनी को दिखा रहा।भाजपा की गोद में बैठकर जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा और चिराग पासवान भी भाजपा की भाषा बोल रहे। यह बताता है कि ये लोग दलितों और पिछड़ों को आगे बढऩे देना नहीं चाहते। इनकी नीयत में खोट है। बिहार की जनता इनकी असलियत को पहचान चुकी है। वहीं, इस बीच जाति आधारित गणना में लगे कर्मियों के मानदेय भुगतान के लिए सामान्य प्रशासन विभाग ने 212 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार लंबित मानदेय का भुगतान दशहरे के पहले कर दिया जाएगा।