कोरबा। मुख्य वन संरक्षक बिलासपुर सर्किल राजेश चंदेले द्वारा बुधवार को हाथी प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया गया एवं हाथी नियंत्रण कक्ष परला में हाथी प्रभावित क्षेत्र के अधिकारी एवं कर्मचारियों का बैठक लेकर उन्हें आवश्यक निर्देश दिए। श्री चंदेले ने कहा कि सभी बीट ऑफिसर को ग्रामीणों को साथ लेकर अपने क्षेत्र में सतत भ्रमण करना है और जहां भी बिजली के तार लटकते दिखे या अवैध कनेक्शन दिखाई दे तो तत्काल उच्च अधिकारियों को सूचित करें। उच्च अधिकारियों का यह कर्तव्य है कि तत्काल बिजली विभाग को लिखकर उन पॉइंट्स को बताना है जहां पर लूज कनेक्शन या बिजली का तार झूल रहे हैं ताकि बिजली विभाग कनेक्शंस को बंद कर आवश्यक कार्यवाही कर सकें। यदि बिजली विभाग के अधिकारी/कर्मचारी कार्यवाही नहीं करते हैं तो उनके ऊपर भी वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत कार्यवाही की जाएगी। अधिकारी एवं कर्मचारी अपने क्षेत्र में लगातार प्रचार प्रसार करेंगे एवं ग्रामीणों को यह भी बतलाएंगे कि यदि किसी भी तरह से हाथियों को कोई नुकसान होता है तो संबंधित व्यक्ति पर वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत कार्यवाही किया जाएगा। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारियों को फसल मुआवजा प्रकरण तत्काल तैयार करके भुगतान करने का निर्देश दिया और कहा कि इस पर किसी भी तरह से विलंब नहीं होना चाहिए। बैठक के दौरान श्री चंदेले के साथ वनमंडल अधिकारी कुमार निशांत, उप वनमंडल अधिकारी संजय त्रिपाठी, वन परिक्षेत्र अधिकारी केंदई अभिषेक दुबे, जटगा उत्तम कुमार मिश्रा, ऐतमानगर देवदत्त खंडे, पसान रामनिवास दहायत एवं हाथी प्रभावित क्षेत्र के सभी स्टाफ मौजूद रहे।