नईदिल्ली,16 अक्टूबर । तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि जो कोई भी भ्रष्टाचार करेगा, उसे जेल जाना होगा और ‘अब तेलंगाना की बारी होगी।’ चुनावी राज्य तेलंगाना में मुशीराबाद और अंबरपेट में मछुआर समुदाय की दो सभाओं में केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री ज्योति ने दावा किया कि 2014 से पहले देश ‘भ्रष्टाचार और घोटालों’ की गिरफ्त में था तथा दुनिया में भारत की पहचान ‘घोटालों के देश’ के रूप में थी।उन्होंने कहा कि लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है तथा अब पहचान ‘मोदी है तो मुमकिन है’ हो गयी है। उन्होंने कहा, ” जो कोई भ्रष्टाचार करेगा, वह जेल जायेगा। जो भ्रष्टाचार करेगा और आपका पैसा लूटेगा, उसे जेल जाना ही होगा।” केंद्रीय मंत्री ने सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री मोदी ऐसा कर कुछ गलत कर रहे हैं। उनका कहना था कि कानून अपना काम कर रहा है तथा भ्रष्ट जेल जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी और उसके राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल का नाम लिये बगैर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पार्टी प्रमुख ने ईमानदार होने तथा सरकार से कार या बंगला जैसे लाभ नहीं लेने के लंबे-चौड़े दावे किये थे लेकिन मुख्यमंत्री केजरीवाल के सरकारी आवास के निर्माण में कथित अनियमितताएं हुईं। आप नेताओं मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारियों पर उन्होंने कहा कि दिल्ली के ये दो पूर्व मंत्री जेल गये हैं और हाल में एक अन्य नेता भी जेल गये हैं। उन्होंने कहा, ” अब तेलंगाना की बारी होगी।”उनका इशारा के. कविता की ओर था जिनका नाम दिल्ली की आबकारी नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय के आरोपपत्र में है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ” क्या उन्होंने कुछ अच्छा किया था और वे जेल चले गये।” उन्होंने सभा में लोगों से पूछा कि क्या वे एक ऐसा नेता चाहते हैं जो देश को विकास के पथ ले जा रहा है या फिर ऐसा नेता जो देश को लूटने में लगा है। दिल्ली के आबकारी मामले का इशारा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्हें तो पता चला कि यह योजना यहां (तेलंगाना में) बनी। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव हारने के बाद मुख्यमंत्री ने अपनी बेटी को विधानपरिषद सदस्य बना दिया। उन्होंने सवाल किया कि क्या परिवार के सदस्य ही पद पाने के योग्य हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि राज्य में अन्य इसके हकदार नहीं हैं।