नईदिल्ली, १8 नवंबर । भारत मौसम विज्ञान विभाग ने ताजा भविष्यवाणी की है। इसके मुताबिक, चक्रवाती तूफान ‘मिधिली’ शनिवार सुबह कमजोर होकर त्रिपुरा और उससे सटे बांग्लादेश के ऊपर एक गहरे दबाव में बदल गया है। इसके अगले छह घंटों में दक्षिण असम और उससे सटे मिजोरम और त्रिपुरा के ऊपर उत्तर-पूर्व की ओर बढऩे की संभावना है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र को एक चक्रवाती तूफान में बदल गया। इसके कारण पश्चिम बंगाल, ओडिशा समेत पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश के आसार हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान ‘मिधिली’ 17 नवंबर की रात या 18 नवंबर की सुबह बांग्लादेश तट को पार कर सकता है। मछुआरों को 18 नवंबर तक उत्तरी बंगाल की खाड़ी और पश्चिम बंगाल के तटों के पास समुद्र में न जाने के लिए कहा है। मौसम विभाग ने पहले कहा था कि चक्रवाती तूफान बांग्लादेश तट पर पहुंचने से पहले सुंदरबन से आगे बढ़ेगा। आईएमडी ने अपने बुलेटिन में कहा, चक्रवाती तूफान मिधिली कमजोर होकर त्रिपुरा और उससे सटे बांग्लादेश के ऊपर मैजडीकोर्ट (बांग्लादेश) से लगभग 50 किमी उत्तर-पूर्व और अगरतला से 60 किमी दक्षिण-पूर्व में गहरे दबाव में बदल गया है। पूर्वोत्तर राज्यों (मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा और असम) में भारी बारिश हुई है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर गहरे दबाव का क्षेत्र शुक्रवार को चक्रवाती तूफान में बदल गया। आईएमडी के मुताबिक शनिवार को भी मौसम की यही स्थिति बनी रहने की संभावना है। मिजोरम के जिला प्रशासन और जिला आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने नोटिस जारी कर लोगों को सतर्क रहने और बारिश के कारण होने वाली किसी भी घटना के खिलाफ एहतियाती कदम उठाने को कहा है। इस बीच आईएमडी ने त्रिपुरा के चार जिलों में रेड अलर्ट जारी कर दिया है। आईएमडी ने आइजोल जिले में 17 से 18 नवंबर की सुबह के बीच 51 मिमी बारिश का अनुमान लगाया है। इस तूफान को ‘मिधिली’ नाम मालदीव द्वारा दिया गया है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के चक्रवातों से प्रभावित देश बारी-बारी से एक क्रम में चक्रवातों के नाम देते हैं। चक्रवात ‘मिधिली’ का ओडिशा पर कोई बड़ा प्रभाव पडऩे के आसार न के बराबर हैं, क्योंकि यह राज्य के तट से 150 किलोमीटर ऊपर से गुजरेगा। हालांकि, आईएमडी वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने कहा कि केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर जैसे कुछ जिलों में शुक्रवार को भारी बारिश होने का अनुमान है। इस बीच, ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) ने चक्रवात के मद्देनजर सभी जिला अधिकारियों को सतर्कता बरतने को कहा है। एसआरसी सत्यव्रत साहू ने कहा, हम किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतना चाहते और सतर्कता बरती जा रही है।