
मदुैर, 02 दिसम्बर । तमिलनाडु सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय (डीवीएसी) के अधिकारियों ने रिश्वतखोरी के एक मामले में ईडी अधिकारी अंकित तिवारी को गिरफ्तार करने के बाद शनिवार को मदुरै में प्रवर्तन निदेशालय के उप-जोनल कार्यालय में तलाशी ली और कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए। वर्तमान में मदुरै में तैनात 2016 बैच के अधिकारी तिवारी को राज्य के डिंडीगुल जिले में एक डॉक्टर से 20 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए कथित तौर पर रंगे हाथों पकड़ा गया था। अधिकारियों ने बताया कि डिंडीगुल-मदुरै राजमार्ग पर आठ किलोमीटर तक पीछा करने के बाद ईडी अधिकारी को गिरफ्तार किया गया। ईडी अधिकारी की गिरफ्तारी तब हुई है जब राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी द्रमुक के मुखपत्र ‘मुरासोली’ ने एक कड़े संपादकीय में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर द्रमुक सरकार की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का उपयोग करने का आरोप लगाया। तमिलनाडु में कांग्रेस ने यह कहते हुए ईडी पर दोष मढऩे की कोशिश की कि रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किया गया अधिकारी यदि निर्दोष था तो उसे भागना नहीं चाहिए था। तमिलनाडु पुलिस को मिली सूचना और शिकायत के आधार पर वे प्रवर्तन विभाग के कार्यालय में जाँच करने गए। यदि वह निर्दोष था, तो वह उनका सामना कर सकता था और वह उस समय भाग क्यों गया तमिलनाडु कांग्रेस राष्ट्रपति केएस अलागिरी ने कहा. थूथुकुडी में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए, तमिलनाडु राज्य भाजपा प्रमुख के अन्नामलाई ने कहा, कल, डीवीएसी ने ईडी विभाग के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया।