अकलतरा। समय से पहले नो एंट्री में अ ावागमन कर रहे भारी वाहनों से दुर्घटना की आशंका को लेकर आक्रोशित नगर वासियों के द्वारा भारी वाहनों को रोककर पूछताछ करने पर अधिकांश भारी वाहनों का फिटनेस प्रमाण पत्र एक्सपायरी मिला एवं किसी भी वाहन में हेल्पर नहीं मिले।नगर में भारी वाहनों के चपेट में आकर एक दर्जन से भी ज्यादा लोगों की मौत होने से आक्रोषित नगर वासियों के द्वारा आंदोलन किए जाने के बाद विगत 6-7 वर्षों से नगर के अग्रसेन चौक से लेकर मनका दाई मंदिर के बीच सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक नो एंट्री जोन घोषित कर भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। पिछले चार-पांच दिनों से ट्रेलर चालकों के द्वारा नो एंट्री के नियमों की अवहेलना कर 10.30 बजे नो एंट्री जोन से भारी वाहनों का आवागमन कराया जा रहा है। नगरवासियों के द्वारा ट्रेलर चालकों को नो एंट्री के नियमों का हवाला देकर समय से पहले भारी वाहनों के प्रवेश को बंद किए जाने की बात कह कर समझाइश देने के बाद भी ट्रेलर चालक बेखौफ होकर समय से पूर्व नगर की सीमा में भारी वाहनों को ला ले जा रहे हैं। बार-बार समझाए जाने के बाद भी ट्रेलर चालकों के द्वारा समय से पहले नो एंट्री में प्रवेश करने से आक्रोषित नगर वासियों के द्वारा बीती रात गाडिय़ों को रोक कर पूछ ताछ की गई जिसमें सभी किसी भी वाहन में हेल्पर नहीं मिले। वही अधिकांश वाहनों का फिटनेस प्रमाण पत्र कालातीत हो गया था। इस संबंध में नगर वासियों के द्वारा थाना प्रभारी को सूचित किए जाने पर थाना प्रभारी ने थाना आकर शिकायत दर्ज करने एवं दुर्घटना घटित होने पर ही जांच करने की बात कही । बीते दो वर्षों में नगर के व्यवसायी नरेश माधवानी के इकलौते पुत्र रूपेश माधवानी एवं सरिता सिंह की ईकलौती संतान नितेंद्र राणा की ट्रेलर के चपेट में आकर मौत होने से नगरवासियों में भारी वाहनों के आवागमन को लेकर भय बना रहता है। नो एंट्री में भारी वाहनों के प्रवेश को लेकर नगर वासियों के द्वारा आए दिन पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों से शिकायत की जाती है। कुछ दिनों तक नियमों का पालन करने के बाद ट्रेलर चालकों के द्वारा नो एंट्री के नियमों की बेखौफ होकर अवहेलना की जाती है जिससे नगर वासियो में आक्रोश पनप रहा है। विदित हो कि नगर वासियों के अंदर ट्रेलरों का इतना खौफ है कि रोज रात 11 बजे जैसे ही यमदूत के रूप में ट्रेलर नगर की सीमा के अंदर प्रवेश करते हैं उसके बाद नगर वासी अपने स्वजन को घर से बाहर नहीं निकलने की हिदायत देते हैं। क्योंकि रात 11 के बाद नगर की सड़कों पर केवल ट्रेलर चालकों का राज होता है। जो बिना किसी नियम का पालन करते हुए एवं एक दूसरे को ओवरटेक करते हुए फर्राटे भरते हैं। नगर वासियों के द्वारा जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित करते हुए भारी वाहनों का फिटनेस प्रमाण पत्र , हेल्पर की जांच एवं नगर की सीमा के अंदर भारी वाहनों की गति सीमा तय किए जाने की मांग की गई है।