
लखनऊ, 0५ फरवरी । राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत प्रदेश के 17 जिलों में 10 फरवरी से सर्वजन दवा सेवन अभियान (एमडीए-आईडीए राउंड) चलाया जाएगा। अभियान के तहत अमेठी, आजमगढ़, बांदा, बाराबंकी, बरेली, लखनऊ, प्रतापगढ़, प्रयागराज, उन्नाव और वाराणसी में ट्रिपल ड्रग (आइवरमेक्टिन, डीईसी और एल्बेंडाजोल) का सेवन कराया जाएगा जबकि बलिया, हमीरपुर, जालौन, जौनपुर, पीलीभीत, शाहजहांपुर और सोनभद्र में डबल ड्रग (डीईसी और एल्बेंडाजोल) का सेवन कराया जाएगा।उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने निर्देश दिया है कि प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी सुनिश्चित करें कि फाइलेरिया से बचाव की दवा खाने से कोई भी वंचित न रहे। घर-घर जाकर दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और गंभीर रूप से बीमार को छोड़कर सभी को अपने सामने ही दवा का सेवन कराएं। यदि घर पर कोई अनुपस्थित है तो दोबारा गृह भ्रमण कर दवा का सेवन कराया जाए। शत-प्रतिशत लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से आशा कार्यकर्ताओं के गृह भ्रमण के साथ ही स्वास्थ्य केंद्रों पर बूथ भी बनाए जाएं। जिला अस्पताल, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और आयुष्मान भारत आरोग्य मंदिर (हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर) को फाइलेरिया रोधी औषधि के सेवन के लिए बूथ के रूप में चयनित किया जाए। जिन जिलों में मेडिकल कालेज स्थापित हैं, वहां भी बूथ संचालित किए जाएंगे।उन्होंने कहा कि फाइलेरिया के लक्षण (हाइड्रोसील, हाथ-पैर व स्तन में सूजन आदि) पांच से 15 साल में दिखाई देते हैं। इसलिए हर कोई अपने को फाइलेरिया ग्रसित मानकर दवा का सेवन करें और समुदाय को भी इस बीमारी से सुरक्षित बनाएं।