बिश्रामपुर। सोमवार को बिश्रामपुर कुमदा कालोनी मार्ग में तेज रफ्तार स्कूल बस की चपेट में आने से मोटर साइकिल चला रहे छात्र की दुर्घटना स्थल पर ही मौत हो गई। घटना से नाराज लोगो ने स्कूल बस संचालन में भारी अव्यवस्था व मृतक के स्वजनो को मुआवजा राशि देने की मांग को लेकर महाप्रबन्धक कार्यालय के समक्ष सड़क पर शव रखकर चक्काजाम करते हुए तीन घण्टे जमकर हंगामा मचाया। आश्वासन के बाद आंदोलनकारी शांत हुए। बता दें कि एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्रीय प्रबंधन द्वारा कुमदा कालोनी के बच्चों को बिश्रामपुर स्कूल लाने व ले जाने के लिए निजी स्कूल बस को अनुबंधित किया गया है। सोमवार को सुबह खान प्रभावित ग्राम गोविंदपुर निवासी छात्र करन यादव पिता यमुना यादव 14 वर्ष अपनी चचेरी बहन को कालेज के लिए छोडऩे पल्सर मोटर साइकिल से अंबेडकर चौक बिश्रामपुर आया था। वहां से वह करीब पौने दस बजे मोटर साइकिल से वापस घर लौट रहा था। उसी दौरान बिश्रामपुर कुमदा कालोनी मार्ग में बाबा मस्तनाथ मंदिर के नजदीक कुमदा कालोनी तरफ से तेज गति से आ रही महामाया सिंह स्कूल बस क्रमांक सीजी 15 एबी 0816 के चालक ने बस को लापरवाही पूर्वक चलाते हुए जोरदार टक्कर मार दी। इससे गंभीर रूप से घायल छात्र करन यादव की दुर्घटना स्थल पर ही मौत हो गई। मृतक छात्र करन यादव शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुमदा कालोनी में कक्षा नवमी में अध्ययनरत था। दुर्घटना के बाद चालक मौके पर ही बस छोड़ कर फरार हो गया। घटना से आक्रोशित गोविंदपुर व कुमदा कालोनी के दर्जनों लोगों ने स्कूल बस की भारी अव्यवस्था को लेकर शव को एसईसीएल के क्षेत्रीय महाप्रबन्धक कार्यालय के समक्ष रखकर चक्काजाम कर जमकर हंगामा मचाया। आक्रोशित लोगों का आरोप था कि एसईसीएल ने दो स्कूल बस की व्यवस्था की है, लेकिन एक ही स्कूल बस में बच्चों को ठूंसठूस कर ले जाया जाता है। स्कूल बस के सही समय से संचालित नही होने व भारी अव्यवस्था से अभिभावक काफी परेशान है। शिकायत को प्रबन्धन भी नजर अंदाज करता हैं। आंदोलनकारी मृतक छात्र के स्वजनो को सहायता राशि देने व स्कूल बस संचालन में व्याप्त अव्यवस्था को दूर करने की मांग कर रहे थे। इस दौरान प्रफुल्ल नाहक, सत्यवान नाहक, गोलू पाठक, सुशांत विश्वास, मनी लकड़ा, अवधेश कुशवाहा, तामेश्वर राजवाडे, ललन सिंह, आजाद, मित्तल पांडेय, राजेश, धर्मजीत, विष्णु सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।