नईदिल्ली, २९ मई।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को बंगाल और झारखंड में चुनाव रैलियों को संबोधित किया। बंगाल की सत्तारूढ़ टीएमसी सरकार पर जोरदार हमला बोला। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम लिए बिना कोर्ट के फैसले को नहीं मानने और न्यायाधीशों पर सवाल उठाने के लिए कड़ी आलोचना भी की। कहा कि क्या टीएमसी प्रतिकूल फैसलों के बाद अब जजों के पीछे भी अपने गुंडे छोड़ देगी पीएम ने तुष्टीकरण की राजनीति करने और वोट जिहाद को बढ़ावा देने के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के युवाओं के अधिकार छीनने का आरोप लगाया। कलकत्ता हाई कोर्ट द्वारा बंगाल में कई वर्गों का ओबीसी के दर्जे को रद करने के हालिया फैसला का उल्लेख करते हुए कहा कि टीएमसी ने जो ओबीसी को धोखा दिया, उसकी अदालत ने पोल खोल दी है।पीएम ने कहा कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने कह दिया है कि 77 मुस्लिम जातियों को ओबीसी घोषित करना गैरकानूनी व असंवैधानिक है। अदालत के इस फैसले के बाद से सीएम का रवैया हैरान करने वाला है। वह (ममता) क्या-क्या बोल रही हैं। जजों की नीयत और हमारी न्यायिक व्यवस्था पर सवाल उठाए जा रहे हैं। पूरा देश देख रहा है कि टीएमसी कैसे बंगाल में न्यायपालिका का गला घोंट रही है। देश में संविधान- संविधान और तानाशाही- तानाशाही चिल्लाने वालों की जमात बंगाल में आकर देखें कि यहां पर क्या हो रहा है। इंडी गठबंधन वाले गरीब और मध्यम वर्ग की कमाई का एक्सरे करने की बात करते हैं। अब मोदी इन भ्रष्टाचारियों की, काले धन की, गंदी कमाई का एक्सरे निकालेगा। ऐसा एक्सरे करूंगा कि इनकी आने वाली पीढियां भी भ्रष्टाचार करने से पहले 100 बार सोचेगी। पीएम ने कहा कि टीएमसी से सच बर्दाश्त नहीं होता। जो कोई भी टीएमसी के गुनाह सामने लाता है, वह उनको निशाना बनाती है। संदेशखाली की बहनों ने अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई तो उन्हें भी निशाना बनाया। बारासात की सभा में पीएम ने पार्टी उम्मीदवार रेखा पात्र की जमकर तारीफ की। कहा कि बंगाल में शाहजहां जैसे एक दो नहीं हर गली मोहल्ले में ऐसे लोग बैठे हैं। इन लोगों का हौसला न बढ़े इसलिए बहन रेखा पात्र को जीताना जरूरी है। रामकृष्ण मिशन और भारत सेवाश्रम संघ के कुछ साधुओं के खिलाफ ममता की हालिया टिप्पणियों पर रोष जताते हुए कहा कि वोट बैंक के तुष्टीकरण के लिए इन सामाजिक-धार्मिक संगठनों को धमकाया जा रहा है।
उन्होंने टीएमसी पर तुष्टीकरण के चलते सीएए के खिलाफ भी झूठ फैलाने का आरोप लगाया और गारंटी दी कि कोई भी ताकत इस कानून को लागू होने से रोक नहीं सकती। भ्रष्टाचार को लेकर घेरते हुए पीएम ने कहा कि आज बंगाल में ज्यादातर फैक्ट्रियां बंद हैं, यहां से नौजवान पलायन करने के लिए मजबूर है। बंगाल को पहले कांग्रेस, फिर लेफ्ट ने लूटा और अब टीएमसी दोनों हाथों से लूट रही है। टीएमसी और इंडी गठबंधन को आपके विकास से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने आगाह किया कि यहां माकपा को दिया हर वोट टीएमसी के खाते में जाएगा।पीएम ने कहा कि 10 साल पहले जब आपने मुझे अवसर दिया था तो मैंने गारंटी दी थी कि न खाऊंगा न खाने दूंगा। अब मोदी देश को और बंगाल को एक और बड़ी गारंटी दे रहा है। मोदी की गारंटी है जिसने खाया है उससे बाहर निकालूंगा, जिसका खाया है उसको लौटाऊंगा।
टीएमसी के नेताओं के पास जो नोटों के पहाड़ निकले हैं, एक-एक रुपये का हिसाब होगा।झारखंड के दुमका में पीएम ने कहा कि चार जून के बाद भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध कार्रवाई और तेज होगी, यह मोदी की गारंटी है। कांग्रेस और झामुमो पर प्रहार करते हुए कहा कि ये दिन-रात भ्रष्टाचार कर देश और झारखंड को लूटने में लगे हैं। यहां से बरामद कभी 300 करोड़, कभी 35 करोड़ और कभी 19 करोड़ के नोटों के पहाड़ देखकर आंखें फटी रह जाती हैं। उन्होंने कहा कि मैं 10 वर्ष से प्रधानमंत्री हूं और उससे पहले 13 वर्ष सीएम भी रहा, लेकिन इतने पैसे सामने से कभी नहीं देखे। अब झारखंड की पहचान खूबसूरत पहाडिय़ों से नहीं बल्कि नोटों के पहाड़ से होने लगी है।
बिना किसी का नाम लिए कहा कि जमीन हड़पने के लिए घोटालेबाजों ने अपने माता-पिता का नाम तक बदल लिया है। अब ऐसे लोगों से झारखंड को मुक्ति दिलानी है।पीएम ने कहा कि सांप्रदायिक और तुष्टीकरण की राजनीति कर आईएनडीआईए देश को बांटने का खतरनाक खेल खेल रहा है। यह धर्म के आधार पर ओबीसी का आरक्षण छीनकर मुस्लिमों को देने तक सीमित नहीं है। छुट्टी में भी राजनीति की जा रही है। हमारे देश में रविवार को छुट्टी होती है।
रविवार हिंदुओं से जुड़ा नहीं है, बल्कि ईसाई समाज से जुड़ा है। जब अंग्रेज यहां राज करते थे तब से ईसाई समाज रविवार को छुट्टी मनाता है। अब इन्होंने एक जिले में रविवार की छुट्टी पर ताले लगवा दिए, बोले यहां शुक्रवार की छुट्टी होगी। अब ईसाइयों से भी झगड़ा। ये क्या चल रहा है। कहा कि संवैधानिक तरीके से दलित, आदिवासी व पिछड़ों को दी गई आरक्षण की सुरक्षा के लिए मोदी जान की बाजी लगा देगा।