अहमदाबाद। गुजरात में सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा किस्तों में रिश्वत देने की सुविधा देने के मामले की जांच तेज हो गई है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने रिश्वतखोरों को पकडऩे के लिए 900 शिकायतकर्ताओं के घर जाकर संपर्क किया है। पुलिस ने शिकायतकर्ताओं को पर्याप्त सुरक्षा व किसी भी तरह की परेशानी से बचाने के लिए यह अभियान चलाया है। एसीबी ने शिकायतों के प्रभावी ढंग से निपटारे के लिए गत 26 जनवरी को केयर कार्यक्रम शुरू किया था। इसके तहत एसीबी अधिकारी शिकायतकर्ताओं के निवास या कार्यस्थल पर जाकर व्यक्तिगत रूप से मिलते हैं।अब तक 900 से अधिक शिकायतकर्ताओं से संपर्क किया जा चुका है। एसीबी की ओर से इस वर्ष अब तक रिश्वतखोरी के कुल 104 मामले दर्ज किए गए। इसके साथ ही सरकारी कर्मचारियों से जुड़े आय से अधिक संपत्ति के 10 मामले भी पकड़े गए हैं। रिश्वतखोरी को रोकने के लिए एसीबी की हर एक इकाई के सहायक निदेशक की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है।
समिति की पहल से इस वर्ष की पहली तिमाही में सजा दर 46 प्रतिशत तक पहुंची है। एसीबी के इस कार्यक्रम से शिकायतकर्ताओं और नागरिकों में एसीबी के प्रति विश्वास बढ़ा है। इसका परिणाम यह रहा कि नागरिकों ने भ्रष्टाचार के मामले दर्ज कराने को लेकर पहल की।रिश्वत के मामलों और आय से अधिक संपत्ति के मामलों की गहन जांच करने और बेहतर ढंग से साक्ष्य एकत्र करने के लिए विशेषज्ञों की सेवा ली जाएगी। रिश्वत रोधी अभियान में ज्यादा लोगों को शामिल करने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।