
बम्हनीडीह। बम्हनीडीह तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत करनौद में इन दिनो शासकीय भूमि पर कब्जा कर कहीं निजी स्कूल भवन तो कही आलीशान मकान बनाने का खेल चल रहा है और राजस्व अमला मौन है। करनौद के ग्रामीणों ने बताया कि विद्युत सब स्टेशन के पास शासकीय भूमि पर प्राइवेट स्कूल भवन बनाया जा रहा है। इसमें दो शासकीय कर्मचारियों की भूमिका है। इनमें एक सहकारिता विभाग का और दूसरा डाक विभाग के कर्मचारी हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि इस बेजाकब्जा में पंचायत प्रतिनिधियों की भी मौन सहमति है इसलिए उनके द्वारा कोई आपत्ति नहीं की गई। जिस जगह पर स्कूल भवन का निर्माण किया जा रहा है। वह राजस्व रिकार्ड में छोटे झाड़ के जंगल के रूप में दर्ज है। ग्रामीणों ने अतिक्रमण हटाने की मांग की है। एक ओर जिला प्रशासन हर बैठक में शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने का निर्देश एसडीएम, तहसीलदार को जारी करता है मगर इसका भी कोई असर नहीं हो रहा है। इस संबंध में बम्हनीडीह तहसीलदार से पूछे जाने पर उन्होंने मोबाइल रिसीव नहीं किया।
जिन व्यक्तियों के द्वारा शासकीय भूमि पर स्कूल भवन बनवाया जा रहा है उन व्यक्तियों को ग्राम पंचायत करनौद से 40 डिसमिल का प्रस्ताव दिया गया है जबकि कायदे से पंचायत व अन्य शासकीय विभागों से एनओसी लेने के बाद भूमि आबंटन के लिए कलेक्टर के समक्ष आवेदन करने और वहां से स्वीकृत होने के बाद ही निर्धारित राशि जमा करने पर जमीन आबंटन की कार्रवाई होती हैमगर महज पंचायत के प्रस्ताव को ही भूआबंटन का प्रमाण पत्र मानकर बेखौफ निर्माण कार्य किया जा रहा है।