लखनऊ, २४ जून ।
लोकसभा चुनाव में करारी हार को देखते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने बूथ से लेकर जिला स्तर तक की कमेठी की ऩए सिरे से समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं। उन पदाधिकारियों को संगठन से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा, जिनकी भूमिका चुनाव में ठीक नहीं थी और वे निष्क्रिय बने रहे। हर स्तर की कमेठी में सभी समाज के 50 प्रतिशत युवाओं को मौका दिया जाएगा। बसपा प्रमुख ने प्रदेश के 18 मंडलों को छह सेक्टर में बांटते हुए सभी का जिम्मा वरिष्ठ पदाधिकारियों को सौंपा है। सूत्रों के अनुसार, रविवार को बैठक में मायावती ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि बूथ, सेक्टर, विधानसभा और जिला स्तर की कमेठी की नए सिरे से समीक्षा की जाए।
संगठन से उन्हें बाहर किया जाए जो सक्रिय नहीं है। 50 प्रतिशत युवा कार्यकर्ताओं को संगठन में रखा जाए। सोशल इंजीनियरिंग को ध्यान में रखते हुए वंचित समाज ही नहीं ओबीसी सहित अपर कास्ट व अल्पसंख्यक समाज के लोगों को भी मौका दिया जाए। सूत्रों के मुताबिक, मायावती ने तीन-तीन मंडलों को मिलाकर छह सेक्टर में प्रदेश को बांटते हुए सभी में अब चार-चार वरिष्ठ पदाधिकारी को लगाया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल को अयोध्या, आजमगढ़ और वाराणसी मंडल के सेक्टर का भी दायित्व सौंपा है।