जांजगीर/पामगढ़। पामगढ़ ब्लॉक में मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना ठेकेदारों की मनमर्जी की भेंट चढ़ता जा रहा है। ठेकेदारों ने टेंडर भरकर काम तो ले लिए, निर्माण भी शुरू कर दिया लेकिन काम बीच में ही अधूरा छोड़ दिया है। विभाग की ओर से 50 से 60 फीसदी तक भुगतान भी किया जा चुका है ताकि समय पर पूरा हो, लेकिन इसके बावजूद निर्माण कार्यों को अधूरा छोड़ दिया गया है। हालात यह है कि काम कई माह से बंद पड़ा हुआ है। इधर बुधवार से स्कूलें भी खुल गई लेकिन ठेकेदारों की लापरवाही के चलते बच्चों को फिर से जर्जर कक्षाओं में ही बैठने की मजबूरी बन गई है। मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत पामगढ़ ब्लॉक में 106 अतिरिक्त भवनों के काम की मंजूरी दी गई है। आरईएस को निर्माण एजेंसी बनाया है और विभाग ने ठेकेदारों को काम दिया है। लेकिन कुछ ठेकेदारों ने ही काम समय पर किया है, इसके चलते ही वर्तमान स्थिति में 106 में से ले-देकर 63 का काम पूरा हुआ है। बाकी जगहों पर काम भले ही चालू होना बताया जा रहा है कि लेकिन स्थिति यह है कि अधिकतर जगहों पर काम महीनों से बंद पड़ा हुआ है। कहीं दीवारें ही खड़ी हुई है तो कहीं प्लींथ बीम्ब तक काम हुआ है।