
पुलिस लगी तलाश में, लोगो से मांगा सहयोग
कोरबा। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड कोरबा एरिया की पंप हाउस कॉलोनी के एक मकान में चोरी की घटना का खुलासा हुआ है। कंपनी के पूर्व कर्मचारी को लगभग 1 लाख रुपए की चपत लगी है। मौके से कई सामान चोरों ने समेट लिए हैं। लंबे समय तक मकान बंद था, इसलिए घटना को लेकर स्पष्ट रूप से जानकारी नहीं मिल पा रही हैं। फिर भी चोरों को खोजने के लिए प्रयास जारी हैं।
सिविल लाइन पुलिस थाना के अंतर्गत आने वाली सीएसईबी पुलिस चौकी से यह मामला जुड़ा हुआ है जिसने जून के अंतिम दिनों में चोरी का प्रकरण दर्ज किया। पंप हाउस कॉलोनी के एक मकान में रहने वाले साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के पूर्व कर्मचारी सैयद कमर अली की अनुपस्थिति में यहां चोरी की घटना हुई। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड में अली अनियमित कर्मचारी था और 4 वर्ष पहले वह रिटायर हो चुका था। कंपनी ने ना तो इस मकान को खाली कराया और ना ही कर्मचारि ने खाली किया। खबर के अनुसार पूर्व कर्मचारी और उसका परिवार लगभग एक महीने से बाहर था। मकान को ताले के हवाले छोड़ दिया गया था। कर्मचारियों ने लंबे समय तक बालाघाट मध्य प्रदेश जाने के बारे में ना तो पुलिस को सूचित किया और ना ही अपने आसपास में रहने वाले लोगों को जानकारी दी । मौके की तक में रहे आराजक तत्वों ने अवसर पाया और चोरी की घटना को अंजाम दिया। बालाघाट से कोरबा लौट आने पर अली को यहां पर चोरी होने की जानकारी हुई तो उसके होश उड़ गए।
पीडि़त पक्ष के द्वारा सूचना दिए जाने पर सीएसईबी चौकी पुलिस ने यहां का मुआयना किया और अपराध दर्ज किया। अली के इस मकान से चोरों के द्वारा कूलर, फ्रिज, आरओ, समित कई सामान की चोरी की गई है जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 92 हजार रुपए बताई गई है। सेवानिवृत्ति के बाद बड़ी मात्रा में सामानों की चोरी होने से पूर्व कर्मचारी के समक्ष एक प्रकार से समस्या है। पंप हाउस कॉलोनी में चोरी की इस घटना के सार्वजनिक होने से आसपास में रहने वाले उन लोगों को सबक मिला है जो अवकाश में जाने के दौरान सतर्कता को लेकर गंभीरता नहीं दिखाते हैं। माना जा रहा है कि इस घटना के बाद लोगों के भीतर जागरूकता के स्तर में कुछ हद तक बढ़ोतरी जरूर होगी और वह अपनी जिम्मेदारियां को भली भांति समझने के साथ पुलिस के पास इस तरह की जानकारी शेयर करने के बारे में जरूर सोचेंगे।
लगातार चल रहा अभियान
कोरबा नगर और जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पुलिस के द्वारा विभिन्न प्रकार के अपराधों के उन्मूलन को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। लंबे समय तक प्रवास पर जाने की स्थिति में लोगों को कहा जा रहा है कि वह कम से कम अपने विश्वस्त पड़ोसियों को इस बारे में जरूर सूचना दें। पुलिस ने पेट्रोलिंग को लेकर फोकस भी किया है। जरूर इस बात की है कि समय से पहले उसके पास इस प्रकार की सूचनाओं पहुंचाई जाए ताकि वह लोगों की अनुपस्थिति की हालत में उनके इलाके में पेट्रोलिंग पर विशेष ध्यान दें। चोरी चाकरी करने वालों के मनोबल को तोडऩे में इस प्रकार की कोशिश से काफी हद तक कारगर साबित होती हैं।
चोरों की कुंडली बनी हुई है थानों में
कोरबा जिले के थाना और चौकियों में शातिर चोर उचक्कों की कुंडली बनाकर रखी गई है जिसका अध्ययन समय-समय पर पुलिस करती हैं। इसमें चोरों के नाम पते, उनके आपराधिक पृष्ठभूमि और तब से अब तक की भागीदारी का रिकॉर्ड रखा गया है। चोरों के द्वारा घटनाओं को अंजाम देने के पैटर्न और समय के साथ उसमें किए जाने वाले बदलाव को भी शामिल किया गया है। इस प्रकार के मामलों को अंजाम देने के लिए चोरों के द्वारा हासिल की गई जानकारी के बारे में भी लगातार स्टडी की जा रही है। समय के साथ आपराधिक तत्व अपने आप को अपडेट करने में लगे हुए हैं ताकि वह पकड़ से बचे रहें। लेकिन पुलिस ने अपने सिस्टम और नेटवर्क को मजबूत करने के साथ एडवांस किया है। बताया गया कि चोरों की धर पकड़ करने के लिए कई प्रकार से कोशिश की जा रही है। इसी का नतीजा है कि मैन्युअल से लेकर साइबर फ्रॉड और दूसरे प्रकार के अपराध करने वाले तत्वों को छत्तीसगढ़ से लेकर देश के विभिन्न राज्यों से पकडऩे में जिले की पुलिस को सफलता मिल रही है। पुलिस का कहना है कि टीम वर्क के साथ होने वाले प्रयास सफलता को सुनिश्चित करते हैं, यह अब तक के अनुभव के आधार पर कहा जा सकता है।