कोरिया बैकुंठपुर। 22 जुलाई को शाआकउमावि बैकुंठपुर में प्राचार्य अमृतलाल गुप्ता के मार्गदर्शन में शैक्षणिक परिवार सहित अध्ययन रत छात्राओं की उपस्थिति में गुरु पूर्णिमा का पर्व बड़े उल्लास के साथ मनाया गया।कार्यक्रम आयोजन में सर्वप्रथम प्राचार्य श्री गुप्ता द्वारा विद्या की अधिष्ठात्री देवी माँ सरस्वती जी के छाया चित्र के समक्ष धूप दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना से किया गया, साथ ही सभी स्टाफ व बच्चों द्वारा मा सरस्वती का पूजन अर्चन किया गया।
ततपश्चात गुरु शिष्य परम्परा का निर्वहन करते हुए छात्राओं ने आदरपूर्वक अपने सभी गुरुजनों को रोली कुमकुम का तिलक लगाकर सम्मान करते हुए आशीर्वाद लिया। गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा गुरु संस्मरण पर संभाषण की कड़ी में गुरु की महत्ता व सनातन परम्परा का वर्णन अपने गीतों व भाषण उद्बोधन द्वारा किया गया।प्राचीन काल में प्रचलित गुरुकुल व्यवस्था एवं उसके भारतीय संस्कृति पर प्रभाव संबंधित निबंध लेखन का आयोजन भी किया गया।विद्यालय के वरिष्ठ व्याख्याता श्रीमती सी सिंह व पी सिंह ने छात्राओं को आशीर्वाद उदबोधन में बताया कि शास्त्रों व पुराणों में गुरु का दर्जा भगवान से भी बड़ा है क्योंकि भगवान की शरण में जानें का रास्ता गुरु ही दिखाता है। अपने उद्बोधन में प्राचार्य श्री गुप्ता ने पारम्परिक गुरु शिष्य संस्कृति पर प्रकाश डालते हुए बताया कि काम ,क्रोध, लोभ और मोह जैसी बुराइयों को त्याग कर सत्य की राह को अपनाएं और सद्गुणों को ग्रहण करें। गुरुपूर्णिमा का त्योहार हमारे अंदर की अज्ञानता को मिटाकर ग्यान रूपी प्रकाशपुंज से प्रकाशित कर देता है।प्राचार्य गुप्ता ने बताया कि गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व रविवार को ही मनाया गया।लेकिन रविवार अवकाश होने के कारण विद्यालयों में गुरु पूर्णिमा उत्सव 22 जुलाई को मनाया जा रहा है।इस सम्बंध में स्कूल शिक्षा विभाग के अपर सचिव द्वारा इस आयोजन के क्रियान्वयन हेतु निर्देशित किया गया।कार्यक्रम में सुमन गुप्ता, सुश्री एस ए अली,एन एल सोनी,आर यल गौतम, ए शर्मा,वीरेंद्र कुमार सिंह, मीनाक्षी जायसवाल, के सोनवानी,के शिवहरे, जे पी जे नायर, जे दुबे, स्वीटी मिश्रा, स्वेता श्रीवास्तव, विपिन कुमार मिश्रा, संजय कुमार यादव, अनुश्री देव, आर जगत,अनुराधा सोनपाकर, एन के दिवाकर, फगनी बाई, अल्फा वरवा, सुमन होता, सुशीला मेरी,पी त्रिवेदी, एस बानो,सविता सिंह,सपना दुबे, राकेश कुमार देवांगन, नीलिमा, विनीता, घनश्याम शीलवन्ती सहित सभी अध्ययनरत छात्रायें उपस्थित रहीं।मंच संचालन अनुश्री देव व आर एल गौतम द्वारा किया गया।