पामगढ़ । पामगढ़ के रजिस्ट्री कार्यालय में सरकार के सारे नियम कायदे ताक पर रहता है। यहां ऐसे लोगों की जमीन की रजिस्ट्री यूं ही कर दी जाती है जो शारीरिक रूप से अक्षम् है। कुछ ऐसा ही मामला पहले भी आ चुका था। वहीं गुरुवार को फिर एक ऐसा मामला सामने आया जब एक वृद्ध महिला की जमीन को रजिस्ट्री कराने रजिस्ट्रार आफिस लाया गया था, लेकिन रजिस्ट्रार ने मौके पर मौजूद मीडियाकर्मियों को देखकर रजिस्ट्री कैंसिल कर दी। जबकि रजिस्ट्री के लिए अधिवक्ताओं ने औपचारिकताएं पूरी कर ली थी। एक वृद्ध महिला को चेंबर में भी लाया जा चुका था। लेकिन रजिस्ट्री नहीं हो पाई। वैसे तो रजिस्ट्री के लिए सरकार के दर्जन भर से अधिक नियम कायदे है, लेकिन रजिस्ट्री आफिस में जिनका वर्चस्व है उन्हें नियम कायदों से कोई सरोकार नहीं है। बीते दिवस रजिस्ट्री आफिस में एक ऐसी महिला के जमीन की रजिस्ट्री हुई थी। जिसे स्ट्रेचर में लेकर आए थे। रजिस्ट्रार ने अनकांसेंस महिला के जमीन की रजिस्ट्री कर दी थी।
वहीं गुरुवार को फिर ऐसा ही मामला सामने आया जिसमें एक वृद्ध महिला की जमीन की रजिस्ट्री के लिए रजिस्ट्रार आफिस लाया गया था जो बोल सुन नहीं सकती थी। बताया जा रहा है कि उक्त महिला सावित्री बाई पिता नारायण की जमीन को डेविस कुमार खटकर खरीदना चाहता था। महिला की जमीन की रजिस्ट्री के पूरी औपचारिकता कर ली गई थी, लेकिन ऐन वक्त पर मीडियाकर्मियों की दबिश को देखकर रजिस्ट्रार ने उक्त रजिस्ट्री को कैंसिल कर दिया। वहीं दूसरा मामला कोहका की महिला राहिन बाई का था। जो 79 साल की थी। वह कुछ बोल सुन नहीं सकती थी। उसकी की भी जमीन की रजिस्ट्री होनी थी, लेकिन यहां भी मामला गंभीर हो गया। जिसके चलते
हमारे चेंबर में आने के बाद जमीन के खरीदी बिक्री करने वालों से बकायदा पूछताछ की जाती है। पैसे का लेन देन ठीक है या नहीं उसकी तस्दीक कराई जाती है। इसके बाद ही जमीन की रस्ट्रिी की जाती है। गुरुवार को जो मामला सामने आया उसमें वृद्ध महिला कुछ बोल नहीं पा रही थी। इसके कारण रजिस्ट्री कैंसिल करनी पड़ी।
उत्तम सिंह राठौर, उपपंजीयक
पामगढ़ के रजिस्ट्रार आफिस में इस मामले को लेकर गुरुवार को जमकर हंगामा हो गया। दरअसल, जिन्हें जमीन की खरीदी बिक्री करना था वे लोग चाहते थे कि किसी भी सूरत में जमीन की रजिस्ट्री हो, लेकिन रजिस्ट्रार ने कहा कि जमीन विक्रेता से जांच पड़ताल करने के बाद ही जमीन की रजिस्ट्री करते हैं। जब कोई व्यक्ति बोल सुन नहीं सकता या फिर जिसे लकवा मार दिया है ऐसे लोगों के परिजनों से पर्याप्त समय देकर पूछताछ करने के बाद रजिस्ट्री की जाती है। इस मामले में वकील चाहते थे कि जैसे तैसे कर रजिस्ट्री हो जाए ताकि उनकी फीस मिल जाए। लेकिन रजिस्ट्रार ने मामले को संदिग्ध पाया। क्योंकि वृद्ध महिला कुछ बोल नहीं पा रही थी। ऐसे में रजिस्ट्री कैंसिल करना पड़ा।