कोरबा। गुरु हमें जीवन के महत्वपूर्ण निर्णय लेने में सहायता करते हैं और हमें बड़ों के प्रति सम्मान और सही और गलत के बीच अंतर जैसे आवश्यक मूल्य सिखाते हैं। वे हमें ज्ञान, कौशल और सकारात्मक व्यवहार से सिखाते हैं जो हमें अपने जीवन में भटकने से दूर रखते हैं।
गुरु हमेशा मनुष्य के मार्गदर्शक रहे हैं। गुरु मनुष्य के जीवन से अंधकारमय अज्ञान का कार्य करते हैं। अज्ञानता दूर करके ज्ञान का प्रकाश देकर उसे मोक्ष के द्वार तक पहुंचाने का काम गुरू ही करते हैं।मानव जीवन में गुरु का सवसे अधिक महत्व है। क्योंकि गुरु विद्या के गूढ़ रहस्य को बताकर शिष्य में उसके चरित्र और भविष्य का निर्माण करता है। जीवन को सुखमय रखने के लिए मानव को किसी विषय के एक योग्य गुरु बनाने की आवश्यकता होती है। गुरु में श्रद्धा भाव के बिना शिक्षा की प्राप्ति नहीं होती है।गुरु हमें अज्ञान रूपी अंधकार से ज्ञान रूपी प्रकाश की ओर ले जाते हैं। हमारे जीवन के प्रथम गुरु हमारे माता-पिता होते हैं। जो हमारा पालन-पोषण करते हैं, सांसारिक दुनिया में हमें प्रथम बार बोलना, चलना तथा शुरुवाती आवश्यकताओं को सिखाते हैं। अत: माता-पिता का स्थान सर्वोपरि है।उपरोक्त सभी बातों को शत प्रतिशत महत्व देते हुए इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में शिक्षक सम्मान समरोह का भव्य आयोजन किया गया।
इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती संगीता मोहंती(धर्म पत्नी,जी एम गेवरा एवं प्रेसिडेंट श्रेया महिला मंडल) उपस्थित थीं,साथ ही विशिष्ट अतिथियों के रूप में श्रीमती बबीता कुमार (जी एम प्रोजेक्ट), श्रीमती रूप एकंबरम (जी एम ऑपरेशन), श्रीमती सौम्या अनिल कुमार (धर्मपत्नी डॉक्टर अनिल कुमार), श्रीमती रश्मि सिंह (जीएम ए एंड एम), श्रीमती अनुरीता कोपरिया (चीफ मैनेजर एनवायरनमेंट), श्रीपति अपर्णा सिंदूर, गोपाल सिंह सेल्वा उपस्थित थे।
सर्वप्रथम सभी अतिथियों ने प्राचार्य डॉक्टर संजय गुप्ता के साथ मिलकर द्वीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। विद्यालय की छात्राओं ने सभी उपस्थित अतिथियों का तिलक एवं पुष्प कुछ से स्वागत किया। विद्यार्थियों ने अतिथियों के स्वागत में बहुत ही सुंदर एवं कर्णप्रिय स्वागत गीत की प्रस्तुति दी। तत्पश्चात विद्यालय के नृत्य प्रशिक्षक हरि सारथी ने भगवान कृष्ण के उपदेशों को प्रस्तुत करती एक बहुत ही सुंदर भाव नृत्य की प्रस्तुति दी ।जिसे देखकर सभी अतिथि एवं विद्यार्थी तथा शिक्षक गण अभिभूत हो गए। विद्यालय की छात्राओं ने भी मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के पश्चात विद्यालय में कार्यरत शिक्षक शिक्षिकाओं को अतिथियों के करकमलों के द्वारा श्रीफल, साल एवं आकर्षक उपहार से सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के आसंदी में विराजमान श्रीमती संगीता मोहंती ने अपने प्रेरणादायी उद्बोधन मेंं कहा कि गुरु की कृपा व्यक्ति के हृदय का अज्ञान व अन्धकार दूर होता है। गुरु का आशीर्वाद ही प्राणी मात्र के लिए कल्याणकारी, ज्ञानवर्धक और मंगल करने वाला होता है। संसार की सम्पूर्ण विद्याएं गुरु की कृपा से ही प्राप्त होती है अत: गुरु के प्रति हमेशा श्रद्धा व समर्पण भाव रखने चाहिए। इंडस पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों की कला और यहां की शिक्षा को किसी प्रमाण की आवश्यकता नहीं है। यह यहां के विद्यार्थियों के व्यवहार से झलकता है। कोयलांचल में शिक्षा एवं विज्ञान तथा कला का यह प्रमुख केंद्र है। ज्ञान होना आवश्यक है