सूरजपुर। कलेक्टर एस. जयवर्धन के निर्देश पर महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी रमेश साहू के मार्गदर्शन में जिला बाल संरक्षण अधिकारी श्री मनोज जायसवाल के नेतृत्व में बाल विवाह मुक्त जिला बनाने हेतु विभिन्न प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम किये जा रहे हैं, इस अनुक्रम में कॉलेज, हायर सेकेण्डरी स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम अनवरत किये जा रहे हैं। जिले में स्वयं सहायता समूहों के क्लस्टर बैठक में बाल विवाह के रोकथाम हेतु बाल विवाह मुक्त गांव बनाने के दिशा में समूहों के सदस्यों को जानकारी दी जा रही है। ग्राम तिलसिवां एवं ग्राम सेन्दुरी में क्लस्टर बैठक में बाल विवाह के रोकथाम के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई। जिसमें बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के संबंध में जानकारी दी गई। समूह के पदाधिकारियों को बताया गया कि प्रत्येक ग्राम में महिला स्वयं समूह कार्य कर रही है स्वयं सहायता समूह के माध्यम से प्रत्येक गांव को बाल विवाह मुक्त करना है, बाल विवाह एक सामाजिक बुराई ही नहीं अपितु अपराध भी है यह बताया गया कि बाल विवाह यदि होता है तो उसमे सम्मिलित टेंट वाले, बैंड बाजे वाले, बाराती, पंडित, एवं प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से सम्मिलित सभी इस कानून के तहत दोषी होते हैं इस कानून के तहत बाल विवाह होने पर एक लाख रुपये जुर्माना एवं दो वर्ष के सजा का प्रावधान है। बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में चर्चा कि गई समूहो के सदस्यों द्वारा बाल विवाह मुक्त गांव बनाने के लिए पूर्ण सहयोग दिये जाने को आश्वासन दिया गया। बाल विवाह मुक्त गांव बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने की बात कि गई एवं बाल विवाह मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया है, उक्त बैठक बाल संरक्षण के विभिन्न मुद्दों, एक युद्ध नशे के विरुद्ध अभियान के संबंध में भी चर्चा की गई। जिसमें बच्चों को नशे से बचाने के लिए किशोर न्याय अधिनियम की धारा 77, 78 की जानकारी भी दी गई यदि बच्चे को नशे में धकेला जाता है तो उक्त धाराओं के तहत एक लाख जुर्माना एवं दो वर्ष के सजा होने की जानकारी दी गई। उपरोक्त समस्त जानकारी हेतु एवं घटना होने के स्थिति में टोल फ्री चाइल्ड हेल्प लाईन नम्बर 1098, महिला हेल्पलाइन नम्बर 181 एवं आपातकालीन नम्बर 112 का इस्तेमाल करने का आह्मवान किया गया और उक्त नम्बरो के प्रचार प्रसार अपने गांव में करने का आग्रह किया गया। उक्त कार्यक्रम में चाईल्ड लाईन से शीतल सिंह, रमेश साहू एवं कलस्टर प्रभारी, पर्यवेक्षक स्वयं सहायता समूह के अध्यक्ष एवं सचिव उपस्थित थे।