चंडीगढ ़-लखनऊ, ३० अक्टूबर ।
पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ ज्वाइंट आपरेशन में लखनऊ के इंदिरा नगर से दो शूटरों को गिरफ्तार किया है। दोनों शूटर पंजाब में विभिन्न मामलों में वांछित थे। आरोपितों की पहचान तरनतारन के गांव सुर सिंह के रहने वाले बिक्रमजीत उर्फ विक्की व इसी जिले के गांव सांधरा के रहने वाले पंजाब सिंह के रूप में हुई है। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि दोनों शूटर लखनऊ में अपने विदेशी हैंडलरों की तरफ से दिए गए किराये के मकान में रह रहे थे और उन्हीं के इशारे पर वारदातें करते थे। डीजीपी ने बताया कि आरोपित विक्की ने 1 मार्च 2024 में तरनतारन जिले में गोइंदवाल साहिब रेलवे क्रासिंग के पास आम आदमी पार्टी के नेता गुरप्रीत सिंह गोपी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वह छह माह से फरार चल रहा था। पंजाब सिंह भी सितंबर 2024 में फिरोजपुर में हुए तिहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपित था। तीन सितंबर 2024 को दोपहर 12.50 बजे जब दिलदीप सिंह, अनमोलप्रीत सिंह, जसप्रीत कौर, अकाशदीप और हरप्रीत उर्फ जौंटी फिरोजपुर के गुरुद्वारा श्री अकालगढ़ साहिब के निकट कार से जा रहे थे, तब 6 अज्ञात हमलावरों ने उन पर अंधाधुंध गोलियां चला दीं। इस घटना में दिलदीप सिंह, उसका भाई अकाशदीप सिंह और उसकी बहन जसप्रीत कौर की मौत हो गई थी।
दो अन्य अनमोलप्रीत सिंह और हरप्रीत सिंह घायल हो गए। इस तिहरे हत्याकांड में शामिल छह आरोपितों को घटना के सात दिन के भीतर ही महाराष्ट्र के औरंगाबाद से गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि मुख्य आरोपित पंजाब सिंह फरार था।डीजीपी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों शूटरों का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है। आरोपित विक्की पर हत्या, डकैती और एनडीपीएस एक्ट सहित 12 आपराधिक मामले दर्ज हैं। पंजाब सिंह के खिलाफ हत्या, एनडीपीएस एक्ट, आर्म्स एक्ट और दुष्कर्म से संबंधित चार आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में दोनों से अपराधों में इस्तेमाल किए गए हथियारों की बरामदगी होने की उम्मीद है।