पटना, 0५ नवंबर ।
बिहार कैडर की आइपीएस अधिकारी और दरभंगा की ग्रामीण एसपी काम्या मिश्रा लगातार लंबी छुट्टी पर चल रही हैं। अगस्त में इस्तीफा देने के कुछ दिनों के बाद से ही वह अवकाश पर हैं। अब गृह विभाग ने उनके 180 दिनों के असाधारण अवकाश की स्वीकृति दी है। सोमवार को विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी की है।दरअसल, 2019 बैच की आइपीएस काम्या मिश्रा ने निजी कारणों का हवाला देते हुए छह अगस्त को ही अपना इस्तीफा पुलिस मुख्यालय को सौंपा था। इस्तीफे पर कोई निर्णय नहीं होने पर वह 27 अगस्त से अवकाश पर चली गईं। गृह विभाग ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि दरभंगा की ग्रामीण एसपी काम्या मिश्रा को अपने कर्तव्य पर योगदान देने में असमर्थता के कारण 27 अगस्त से 180 दिनों के असाधारण अवकाश की स्वीकृति प्रदान की जाती है। काम्या मिश्रा ने 5 साल के कार्यकाल में बेहतरीन पुलिसिंग कर अपना जलवा दिखाया था। बिहार में उन्हें लेडी सिंघम के नाम से भी जाना जाता है। काम्या ओडिशा की रहने वाली हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीए की पढ़ाई पूरी कर आईपीएस अधिकारी बनीं। पिछले कई महीने से इस्तीफा देने की बात कर रही थीं।वह बार-बार बोलती थीं कि नौकरी में मन नहीं लग रहा है। पुलिस पदाधिकारी से लेकर कर्मियों तक त्यागपत्र देने की बात को मजाक समझ रहे थे। इस्तीफे की प्रतिलिपि एसएसपी कार्यालय में भी आई है। हालांकि, पुलिस मुख्यालय से अब तक कोई सूचना जिले को नहीं दी गई है।22 वर्ष की उम्र में ही काम्या मिश्रा ने वर्ष 2019 में पहले प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास कर हिमाचल प्रदेश आईपीएस कैडर प्राप्त किया था। 2021 में बिहार कैडर में स्थानांतरण करा लिया था। काम्या मिश्रा के पति अवधेश दीक्षित 2021 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं। फिलहाल मुजफ्फरपुर में सिटी एसपी के पद पर तैनात हैं। एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने बताया कि इस्तीफा के संबंध में पत्र मिला है। इसे मुख्यालय को भेजा जा रहा है। जिले में ग्रामीण एसपी का पद सृजित होने के बाद काम्या मिश्रा सात मार्च 2024 को दरभंगा की पहली ग्रामीण एसपी बनीं थीं। ग्रामीण एसपी से पहले पटना सचिवालय एएसपी के पद पर तैनात थीं। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में काम्या ने 172वीं रैंक हासिल की थी।
उन्हें आईपीएस कैडर के लिए चयनित किया गया।