श्रीनगर, ०६ नवंबर ।
जम्मू-कश्मीर में अब आतंकियों के ठिकाने पर बुलडोजर चलेगा। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को सीधे और स्पष्ट शब्दों में आतंकियों के मददगारों को चेतावनी दी है कि जो भी आतंकियों की मदद करेगा या उन्हें अपने घर में ठिकाना देगा उसका घर गिराया जाएगा और यही न्याय का तकाजा है। बारामूला में एक कार्यक्रम में उपराज्यपाल ने कहा कि हम आतंकियों और उनके इकोसिस्टम का समूल नाश करने के लिए संकल्पबद्ध हैं। एलजी सिन्हा ने कहा कि हाल ही में श्रीनगर में हुए ग्रेनेड हमले व अप्रवासी श्रमिकों पर हमले निंदनीय हैं। उन्होंने कहा कि यहां कुछ लोग शांति को भंग करने का षड्यंत्र रच रहे हैं। कुछ बाहरी ताकतें हैं और कुछ यहां उनके इशारे पर काम कर रहे हैं। इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करना, इन्हें अलग-थलग करना केवल प्रशासन का ही काम नहीं है, बल्कि अवाम का भी जिम्मेदारी बनती है कि वह इन्हें पहचानने और इन्हें समाज से अलग-थलग करने में सहयोग करें।उन्होंने कहा कि अगर अवाम और प्रशासन मिलकर यह काम करें तो एक वर्ष से ज्यादा देर तक यहां आतंक-अलगाववाद नहीं टिकेगा। जम्मू-कश्मीर पूरी तरह से शांत, खुशहाल और आतंक से मुक्त प्रदेश होगा। उपराज्यपाल ने कहा कि आतंकी हिंसा के कारण 40-50 हजार निरपराध लोगों की जान चली गई है। अगर आज जनता इसके खिलाफ खड़ी नहीं होगी तो फिर यह तस्वीर नहीं बदलेगी।
हमने सुरक्षाबल को आतंकियों और उनके साथियों के खिलाफ कार्रवाई की पूरी छूट दी है। सुरक्षाबल को कहा गया है कि वह निर्दोष को न छेड़े। किसी निर्दोष के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी, लेकिन गुनाहगार को नहीं छोड़ा जाएगा। बीते चार वर्ष से इसी नीति के साथ हम काम कर रहे हैं।