रायगंज, 0७ नवंबर ।
बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले में बुधवार को राशन नहीं मिलने से नाराज ग्राहक ने एक राशन डीलर की हत्या कर दी। ग्वालपोखर थाना इलाके के रहने वाले राशन डीलर का नाम कमल दास है। घटना के बाद से इलाके में तनाव है। स्थानीय लोगों ने बताया है कि राशन डीलर कमल ने छठ पूजा के कारण ग्राहकों से पहले ही राशन दे दिया था।राशन देने के बाद वह दोपहर को सामान लेकर घर लौट आया। बाद में राशन लेने के लिए दो ग्राहक उसके घर आए। डीलर ने राशन देने से मना कर दिया और कहा कि वह पहले ही राशन बांट चुका है। उसके बाद दोनों आरोपित उससे झगड़ा करने लगे। उसकी पिटाई शुरू कर दी।पीट-पीटकर राशन डीलर को अधमरा कर दिया। उसकी चीख सुनकर आसपास के लोग पहुंचे। तब तक दोनों आरोपित वहां से भाग चुके थे। घायल राशन डीलर को अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। खबर मिलते ही स्थानीय थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। इस संबंध में अभी तक कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।बंगाल की ममता सरकार में वरिष्ठ मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के नेता फिरहाद हकीम पर संदेशखाली कांड की पीडि़ता और भाजपा नेत्री रेखा पात्र पर अश्लील टिप्पणी करने का आरोप लगा है। भाजपा का आरोप है कि विधानसभा उपचुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में बुधवार को उत्तर 24 परगना जिले के हारोआ में चुनाव प्रचार करने गए मंत्री हकीम ने एक चुनावी सभा में रेखा पात्र पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर महिलाओं का अपमान किया।बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने इसकी कड़ी निंदा करते हुए आरोप लगाया कि मंत्री हकीम ने रेखा पात्र के खिलाफ माल शब्द का इस्तेमाल किया। उन्होंने एक्स पर इसका वीडियो साझा करते हुए घेरा।
मंत्री हकीम पर अपने भाषण के दौरान बीते लोकसभा चुनाव में बशीरहाट सीट से भाजपा की उम्मीदवार रहीं रेखा पात्र की हार का मजाक उड़ाते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी का आरोप है।सुवेंदु ने कहा कि इस टिप्पणी के लिए मंत्री के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने राष्ट्रीय महिला आयोग को टैग करते हुए इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। इस बारे में रेखा पात्र ने भी कहा कि जिस भाषा में मंत्री ने मुझ पर हमला किया, वह बेहद निंदनीय है। यह मेरे जैसे मेहनतकश परिवार की लडक़ी का अपमान है। यह संदेशखाली की माताओं और बहनों का अपमान है।सुवेंदु ने लिखा- बेहद अपमानजनक!ममता बनर्जी के कैबिनेट मंत्री फिरहाद हकीम को रेखा पात्र का अपमान करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्हें एक महिला के बारे में घृणित शब्द माल का इस्तेमाल के लिए न केवल कड़ी फटकार लगाई जानी चाहिए, बल्कि इस टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जानी चाहिए।उन्होंने कहा कि रेखा पात्र एक महिला होने के अलावा, अनुसूचित जाति (एससी) पौंड्रा-क्षत्रिय समुदाय से आती हैं।