जांजगीर । नैला-सरखों के बीच स्थित रेलवे अंडरब्रिज का हाल बेहाल है। अंडरब्रिज के नीचे नाली है जिसे जालीदार सरिया से ढंका गया है। र । यही सरिया टूटकर जानलेवा गड्ढे का रूप ले लिया है। जिसमें – लोग गिरकर दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। इतना ही नहीं यहां दर रोज बड़ी घटनाएं हो रही है, लेकिन रेल प्रबंधन को दुर्घटना से कोई सरोकार नहीं है। सरखों रूट का अंडरब्रिज दुर्घटना को आमंत्रण दे रहा है। यहां जब से अंडरब्रिज का निर्माण हुआ है तब से राहगीरों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।।दरअसल, सभी अंडरब्रिज ढलान में स्थित है। जिसमें पानी भरना स्वाभाविक है। पानी की निकासी के लिए किसी तरह की व्यवस्था नहीं होने से लोगों को ऐसी बदहाल अंडरब्रिज को पारकर गंतव्य की ओर जाना मजबूरी रहती है। सरखों में जो अंडरब्रिज है उसमें सरिया से गड्ढे को ढंका गया है। यही सरिया टूटकर बिखर गया है। जिसे पार करना जानलेवा साबित हो रहा है। यहां हर रोज लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। खासकर छोटे वाहन चालक इसकी चपेट में आ रहे हैं और दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। मड़वारानी-कोरबा मार्ग निर्माणाधीन होने से पंतोरा होते कोरबा जाने के लिए इस मार्ग से ही ज्यादातर लोग आवागमन करते हैं। ऐसे में दिनभर वाहन चलते हैं। दिन में तो लोगों को पता भी चल जाता है लेकिन रात में सफर जानलेवा ही कह सकते हैं। अगर यहां थोड़ी सी चूक हुई तो वाहन सीधे गड्ढे में पडक़र दुर्घटनाग्रस्त हो सकता है।
इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि यदि राज्य सरकार का अवरब्रिज होता तो स्थानीय प्रशासन से की गुहार लगाते। लेकिन केंद्र सरकार की अमानत है तो शिकायत कहां करें यह बड़ी बात है। यदि स्थानीय स्तर पर अधिकारी होते तो इसकी शिकायत करते। लेकिन बिलासपुर में कार्यालय होने से लोग बिलासपुर भी नहीं जा सकते हैं।