इंफाल , १३ नवंबर ।
मणिपुर में पिछले साल भडक़ी हिंसा अभी तक थमी नहीं है। ताजा हमलों और कानून-व्यवस्था के मद्देनजर केंद्र ने करीब 2,000 कर्मियों वाली 20 अतिरिक्त सीएपीएफ कंपनियों को राज्य में भेजा है। सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय ने कल रात को इन इकाइयों को हवाई मार्ग से लाने और तत्काल तैनाती के आदेश जारी किए। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के साथ भीषण मुठभेड़ में कम से कम 10 संदिग्ध आतंकवादी मारे गए। यह मुठभेड़ तब हुई जब वर्दी पहने और अत्याधुनिक हथियारों से लैस उग्रवादियों ने जिरीबाम जिले के जाकुरधोर में बोरोबेक्रा पुलिस स्टेशन और उससे सटे सीआरपीएफ कैंप पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी थी।
भीषण मुठभेड़ के बाद बल ने अत्याधुनिक हथियारों का एक बड़ा जखीरा भी जब्त किया। सूत्रों ने बताया कि मणिपुर भेजी जाने वाली 20 नई केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) कंपनियों में से 15 सीआरपीएफ और पांच सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की हैं। ये इकाइयां सीएपीएफ की उन 198 कंपनियों में शामिल होंगी जो पिछले साल मई में राज्य में शुरू हुई जातीय हिंसा के बाद पहले से ही राज्य में तैनात हैं। इस हिंसा में 200 लोग मारे गए थे।