जांजगीर-चांपा। केएसके प्लांट को सबसे ज्यादा बोली लगाकर जेएसडब्ल्यू ने खरीद ली है। लेकिन अब हैंडओवर के पहले प्लांट में उत्पादन ठप होने का खतरा मंडराने लगा है। इसको लेकर शुक्रवार को जेएसडब्ल्यू के चेयरमेन सज्जन जिंदल आ रहे हैं। शायद इस संबंध में आगे की चर्चा होगी। साथ ही प्लांट को देखेंगे।
ज्ञात हो कि जिले के अकलतरा में प्रदेश का सबसे बड़ा केएसके प्लांट का निर्माण शुरू हुआ था। इसके लिए अकलतरा क्षेत्र के ग्रामीणों और किसानों की हजारों एकड़ जमीन प्लांट के लिए यह कहकर अधिग्रहित की थी कि क्षेत्र में प्रदेश का सबसे बड़ा 3600 मेगावाट उत्पादन क्षमता का पावर प्लांट – स्थापित हो रहा है, क्षेत्र में बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा और क्षेत्र से – बेरोजगारी दूरी होगी। लेकिन प्लांट तैयार होने के बाद लगातार यह प्लांट
विवादों में रहा है। ठीक से प्लांट को चलाया ही नहीं जा सका। इसलिए करोड़ों का कर्ज होने से प्लांट
मालिक इसे चला नहीं सके। इसके बाद पिछले कुछ सालों से प्लांट एनसीएल्टी द्वारा चलाया जा रहा है।
एनसीएल्टी द्वारा नीलामी की प्रक्रिया की गई। जिसमें सज्जन जिंदल जेएसडब्ल्यू एनर्जी ने केएसके महानदी पावर प्लांट के लिए 15 हजार 985 करोड़ रुपए की सबसे ऊंची बोली लगाई गई। इस नीलामी में अदाणी पावर को पछाड़ते हुए जेएसडब्ल्यू एनर्जी ने अंतिम दौर में बोली लगाई, जबकि अडानी पावर ने 10 वें दौर में 15 हजार 885 करोड़ रुपए की अतिम पेशकश की थी। इसमें वेदांता, एनटीपीसी तक बोली में भाग लिया था। आखिरकार जेएसडब्ल्यू से अधिक बोली लगाई। हालांकि अभी हैंडओवर नहीं हुआ। लेकिन हैंडओवर के पहले केएसके महानदी में खतरा मंडराने लगा है।