मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा है कि बालासाहेब ठाकरे का सच्चा शिवसैनिक कभी किसी की पीठ में छुरा नहीं घोंपता। उन्होंने कहा कि लोग ‘गद्दारों’ को कतई वोट न दें। वह 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मध्य मुंबई के चांदिवली निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार के लिए प्रचार कर रहे थे। यहां से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने दिलीप लांडे को उम्मीदवार बनाया है। बाल ठाकरे द्वारा स्थापित शिवसेना में 2022 में विभाजन के बाद उद्धव और उनकी पार्टी के नेताओं ने कई बार शिंदे और उनके करीबियों पर निशाना साधते हुए उन्हें ‘गद्दार’ कहा है। उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने मन बना लिया है। वह गद्दारों को सबक सिखाएगी।
डोंबिवली में एक रैली को संबोधित करते उद्धव ने पूछा कि क्या महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा दिया गया ‘वोटों के धर्म-युद्ध’ का आह्वान चुनाव आयोग के आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं करता। कहा कि उन्हें लोकसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी के चुनाव गीत से ”जय भवानी, जय शिवाजी” शब्द हटाने के लिए कहा गया था। वहीं, ठाणे में उद्धव ठाकरे की एक रैली शनिवार रात को जब समाप्त होने वाली थी, तभी अस्थाई रूप से बना मंच हिलने लगा। इससे कुछ समय हड़कंप की स्थिति रही। ऐसा लग रहा था कि मंच ढह जाएगा। लेकिन, कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। सुरक्षाकर्मियों और पार्टी पदाधिकारियों ने उन्हें मंच से सुरक्षित नीचे उतार लिया।