मुंबई, २० नवंबर ।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतदान के पूर्व दिवस पर भाजपा को शर्मनाक परिस्थितियों को सामना करना पड़ा है। उसके राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर पालघर के विरार क्षेत्र में मतदाताओं को पैसे बांटने का आरोप लगा है। स्थानीय पुलिस ने इस मामले में तावड़े सहित वहां के स्थानीय उम्मीदवार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली है।यह घटनाक्रम सामने आने के बाद जहां प्रदेश भाजपा नेतृत्व तावड़े पर लगे आरोपों को गलत बता रहा है।विपक्षी दल भाजपा पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने एवं सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाने में जुट गए हैं। मंगलवार को दोपहर बाद मुंबई से करीब 60 किलोमीटर दूर पालघर जिले के विरार उपनगर में अचानक तहलका मच गया। वहां के होटल विवांता में एक स्थानीय राजनीतिक दल बहुजन विकास आघाड़ी (बविआ) के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में पहुंच गए। कार्यकर्ताओं ने होटल के कमरा नंबर 406 में रुके भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े को घेर लिया और हंगमा शुरू हो गया।बविआ के अध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर का आरोप है कि कुछ भाजपा नेताओं ने मुझे सूचित किया कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े वोटरों को पांच करोड़ रुपए बांटने के लिए विरार आ रहे हैं। पहले मुझे लगा कि उनके जैसे राष्ट्रीय स्तर का नेता इस तरह का काम कैसे कर सकता है। लेकिन मैंने उन्हें यहां ऐसा करते देखा। मैं चुनाव आयोग से उनके और भाजपा के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग करता हूं।विनोद तावड़े को काका कहनेवाले हितेंद्र ठाकुर के विधायक पुत्र क्षितिज ठाकुर स्वयं अपने कार्यकर्ताओं के साथ होटल विवांता पहुंच गए और वहां तावड़े और अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं के पास से उनकी डायरियां, लैपटॉप और नकदी अपने कब्जे में ले ली। बताया जा रहा है कि कमरा नंबर 406 से बविआ कार्यकर्ताओं ने नौ लाख रुपए बरामद किए हैं। इस घटना का जो वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है, उसमें बविआ के कई कार्यकर्ता तावड़े को घेरकर उनसे बहस करते भी दिखाई दे रहे हैं। विधायक हितेंद्र ठाकुर ने अपने एक और बयान में कहा है कि यह घटना होने के बाद विनोद तावड़े ने मुझे कई फोन किए और गलती की माफी मांगते हुए होटल से जाने देने की मांग की। कुछ देर बाद हितेंद्र ठाकुर खुद होटल विवांता पहुंच गए। वहां तावड़े और ठाकुर की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस भी होनी थी। लेकिन चुनाव आयोग के निर्देश पर यह कॉन्फ्रेंस बीच में ही रद करनी पड़ी। मतदान के ठीक एक दिन पहले हुई इस घटना ने मानो विपक्ष को संजीवनी दे दी है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा है कि मोदी जी, यह पांच करोड़ किसके सेफ से निकला है। जनता का पैसा लूटकर आपको किसने टेंपो में भेजा। जबकि कांग्रेस ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा है कि विनोद तावड़े बैग में भरकर पैसे लेकर गए थे और वहां पर लोगों को बुला-बुलाकर पैसे बांट रहे थे। भाजपा आजकल महाविकास आघाड़ी के नेताओं पर वोट जिहाद करवाने का आरोप लगा रही है। आज यह घटना होने के बाद शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने इसे नोट जिहाद करार दिया, तो उन्हीं की पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि भाजपा का खेल खल्लास हो गया है।वह संकेतों में विनोद तावड़े के विरार में होने की सूचना हितेंद्र ठाकुर को देने के लिए गृहमंत्रालय के प्रभारी उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को जिम्मेदार ठहराने से भी नहीं चूके। राउत ने कहा कि यह सूचना ठाकुर को किसने दी इसकी जानकारी गृहमंत्रालय को जरूर होगी। महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी रमेश चेन्निथला ने भी चुनाव आयोग से इस मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए विनोद तावड़े की गिरफ्तारी की मांग की है।खुद पर लग रहे पैसा बांटने के आरोपों पर विनोद तावड़े ने कहा, मैं नालासोपारा (निर्वाचन क्षेत्र) में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक आयोजित कर रहा था। चुनाव के दिन आदर्श आचार संहिता पर चर्चा चल रही थी कि ईवीएम को कैसे सील किया जाए। आपत्ति कैसे दर्ज की जाए। उन्होंने गलत समझा। उन्होंने कहा कि वह जांच के लिए तैयार हैं। चुनाव आयोग को स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। मैं 40 साल से राजनीति में हूं। अप्पा (हितेंद्र ठाकुर) और क्षितिज मुझे बहुत अच्छी तरह से जानते हैं।